कश्मीर की शीतल आबोहवा, हरेभरे मैदान और खूबसूरत पहाडि़यों की हसीन वादियों में प्रकृति की अद्भुत चित्रकारी अनुपम सौंदर्य की छटा बिखेरती है. यही वजह है कि कश्मीर हर दिल में बसता है और सैलानियों को बारबार बुलाता है.
 
धरती पर अगर कहीं स्वर्ग है तो वह कश्मीर है. यहां की खूबसूरत वादियां, ऊंचीऊंची पहाडि़यां, घाटियों के बीच में बहती झीलें, झाडि़यों से भरे जंगल, फूलों से घिरी पगडंडियां, ऐसा प्रतीत कराती हैं जैसे यह स्वप्निल स्थल हो. भारत के नक्शे में यह एक मुकुट के समान है जो हर मौसम में अपना रंग बदलता है. यहां पर खूबसूरत वादियां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं. 
यहां पूरे साल लाखों पर्यटक घूमने और अपनी छुट्टियां बिताने आते हैं यह अपनी प्राकृतिक खूबसूरतीके साथसाथ साहसिक गतिविधियों के लिए भी प्रसिद्ध है, जैसे ट्रैकिंग, राफ्ंिटग, स्कीइंग और पैराग्लाइडिंग. जम्मूकश्मीर में यों तो कई पर्यटन स्थल हैं लेकिन दुनियाभर में मशहूर पहलगाम, सोनमर्ग, पटनीटौप, गुलमर्ग, लद्दाख और कारगिल जैसी जगहें अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए दुनियाभर में मशहूर हैं. डल झील और नागिन झील यहां की प्रसिद्ध झीलें हैं. साथ ही राष्ट्रीय पार्क और द्राचिगम वन्यजीव अभयारण्य भी यहां खास हैं.
जम्मूकश्मीर में पर्यटन
जम्मूकश्मीर भारत का एक प्रमुख पर्यटन राज्य है. कश्मीर का श्रीनगर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी और जम्मू शीतकालीन राजधानी है. जम्मू में पर्यटन के लिए अमर महल पैलेस संग्रहालय और डोगरा कला खास हैं जो कलाप्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं.  मुबारक मंडी पैलेस, बाहु किला और रणबीर नहर खास दर्शनीय स्थल हैं. 
कश्मीर के पहाड़, झील, साफ नीला पानी और सुखद जलवायु इस की प्रमुख विशेषताएं हैं. सेब और चैरी के बागान, हाउसबोट और कश्मीरी हस्तशिल्प कश्मीर घाटी की खूबसूरती को चार चांद लगाते हैं. यहां पर्यटन के कई स्थान हैं :
गुलमर्ग
यह हिमालय पर्वतशृंखला में सब से खूबसूरत स्थान है. इस की ऊंचाई 2730 मीटर है और यह ऊंचेऊंचे कोनिफर वृक्षों से ढका हुआ है. यह गोल्फ की पहाडि़यों और गोल्फ कोर्स के साथ सुंदर नावों के लिए मशहूर है. यह श्रीनगर से 57 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सैलानी श्रीनगर से गुलमर्ग 2 घंटे में आसानी से पहुंच जाते हैं. यह देश में शीतकालीन खेलों का एक प्रमुख स्थान है. गुलमर्ग जाएं तो स्कीइंग का मजा जरूर लें.
सोनमर्ग
सोनमर्ग जम्मूकश्मीर का सब से प्रसिद्ध हिल रिजोर्ट है. इसे जम्मूकश्मीर का दिल कहा जाता है. समुद्र तल से लगभग 2,730 मीटर की ऊंचाई पर स्थित सोनमर्ग काफी सुंदर है. यह पाइन पेड़ों से घिरा हुआ है. श्रीनगर से निजी वाहन से सोनमर्ग के लिए 2,500 रुपए लगते हैं, लेकिन वहां जाने से पहले श्रीनगर पर्यटन अधिकारी से वहां के मौसम की जानकारी जरूर हासिल कर लें.
पहलगाम
श्रीनगर से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित पहलगाम को बौलीवुड के कारण पहचान मिली है. इस के आसपास स्थित आरू घाटी तथा बेताब घाटी में कई फिल्मों की शूटिंग हुई है. यह घने देवदार और चीड़ के वृक्षों से घिरा हुआ है. यहां घुड़सवारी, ट्रैकिंग, फिश्ंिग की पूरी सुविधा है. पहलगाम जाएं तो ट्रैकिंग का मजा अवश्य लें. यह अनुभव आप के लिए एकदम
अलग होगा.
श्रीनगर
श्रीनगर जम्मूकश्मीर राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी है. श्रीनगर में सुंदर झीलें और उन पर तैरती हाउसबोट का नजारा मन मोह लेता है. सूखे मेवे और पारंपरिक कश्मीरी हस्तशिल्प यहां के कुछ अन्य प्रमुख आकर्षण हैं. श्रीनगर में सब से खास जगह डल झील है. जहां जाने के बाद इंसान हर चिंता भूल जाता है. वहां हाउसबोट में रहने का मजा ही कुछ और है. पानी के बीचोंबीच वहां एक छोटा सा गांव बसा हुआ है, जहां जरूरत की सारी चीजें उपलब्ध हैं. झील का मजा लेने के लिए सब से अच्छा है कि आप शिकारा बोट में बैठ कर घूमें.
पटनीटौप
यह एक हिल स्टेशन है.  प्रकृति का आनंद उठाने के लिए यह एक सुंदर स्थान है. यह घास के मैदान, पाइन के घने और हरेभरे पेड़ों से घिरा है. ऊंचाई पर स्थित होने के साथ यह अपनी सुंदर पगडंडियों के चलते एक लोकप्रिय स्थल है. यहां से पहाड़ों के मनोहारी दृश्य दिखाई देते हैं. ठंड के मौसम में यहां आमतौर पर बर्फ की मोटी परत जमा हो जाती है. और तब वहां स्कीइंग सहित कई प्रकार के बर्फ के खेल खेलने का मजा ही कुछ और होता है.
लद्दाख
यह दुनिया की सब से ऊंची पर्वत शृंखलाओं से घिरा हुआ है. इस के उत्तर में काराकोरम और दक्षिण में हिमालय पर्वत है. लद्दाख में कई प्राचीन मठ, महल और ट्रैकिंग की जगहें हैं. वहां आप ट्रैकिंग का खास मजा ले सकते हैं. लद्दाख रिवर राफ्ंिटग, पहाड़ों पर चढ़ाई और ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध है. यहां बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है, इसलिए यहां यात्रा करने के लिए हमेशा गरमी के मौसम में ही जाएं. लद्दाख जाने का सब से अच्छा समय जून से अगस्त के बीच का होता है.
लेह
यह एक बहुत सुंदर एवं मनोरम पर्यटन स्थल है. लद्दाख की राजधानी होने के कारण यहां लंबे समय से तिब्बती और बौद्ध संस्कृति का असर रहा है. यहां के मनोरम दृश्य और लेह के ऊंचे पहाड़ पर्यटकों के साथसाथ रोमांच पसंद करने वाले लोगों को भी आकर्षित करते हैं. ठंड के मौसम में यहां तापमान शून्य डिगरी से नीचे चला जाता है. इसलिए जब भी जाएं तो अपने साथ खूब सारे गरम कपड़े ले जाना न भूलें.
भद्रवाह
भद्रवाह को मिनी कश्मीर के रूप में जाना जाता है. यह देवदार वृक्षों से घिरा हुआ है. यहां कैलाश कुंड, जय घाटी, चिंता घाटी, पादरी घाटी देखने की खास जगहें हैं. भद्रवाह पहुंचने के लिए मुख्य केंद्र जम्मू है. जम्मू से भद्रवाह सड़क के रास्ते से पहुंचा जा सकता है.
मौसम
जम्मूकश्मीर में घूमने के लिए कभी भी जाया जा सकता है. फिर भी वहां की यात्रा के लिए सब से अच्छा समय मार्च से अक्तूबर के बीच का है. इस दौरान वहां का मौसम काफी अच्छा रहता है. तब वहां की खूबसूरती ज्यादा निखर कर सामने आती है.
कहां ठहरें : यहां ठहरने के लिए कई जगहें हैं. आसपास के इलाकों में कई होटल, गैस्ट हाउस, हाउसबोट हैं. जम्मूकश्मीर नगर निगम द्वारा भी यहां कई कौटेज व बंगले बनाए गए हैं, जहां ठहरा जा सकता है. इस के अलावा कई लोगों ने अपनेअपने घरों में भी सैलानियों के ठहरने की व्यवस्थाएं कर रखी हैं.
खरीदारी : कश्मीर में पारंपरिक कपड़े यात्रियों के बीच काफी लोकप्रिय हैं. कश्मीर में शौल, वुलेन कपड़े अच्छे मिलते हैं. यहां की सिल्क की साड़ी, स्टोन बौक्स, टोकरी बुनाई, लकड़ी के समान भी काफी मशहूर हैं.
कैसे पहुंचे
हवाई मार्ग : श्रीनगर, जम्मू और लेह इन तीनों जगहों में हवाई अड्डे हैं. अर्थात प्रमुख एअरलाइंस इन हवाई अड्डों के लिए नियमित उड़ानें संचालित करती हैं.
सड़क मार्ग : दिल्ली, अमृतसर, अंबाला, चंडीगढ़, लुधियाना, जालंधर, पठानकोट, शिमला और मनाली से सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है.    
  

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