लिंक्डइन पर किसी भी प्रोफेशनल के सैकड़ों दोस्त हो जाते हैं. यहां पर किसी से भी कनेक्ट होने के रिक्वेस्ट को मान लेना बड़ी आम बात है. लिंक्डइन पर ज्यादातर लोगों को जो भी मैसेज किया जाता है वो काम से जुड़ा होता है इसलिए कई लोग प्रोफेशनल दोस्त बनाने से नहीं हिचकिचाते हैं.
लेकिन किसी के भी ऐसे रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लेना क्या ठीक है. ईमेल, ट्विटर या फेसबुक पर आपको नौकरी के लिए अगर कोई कनेक्ट करेगा तो आप सावधान हो जाएंगे. लेकिन लिंक्डइन पर लोग ऐसे सावधान नहीं होते हैं और किसी भी नौकरी से जुड़े ईमेल को पढ़ना बहुत ही आम बात है.
लेकिन लिंक्डइन पर स्पैम और वायरस का कोई भी शिकार हो सकता है. यहां पर आपके काम और पढ़ाई के बारे में, ईमेल और भी काफी कुछ जानकारी मिल जाती है. पढ़ाई हो या अलग अलग जगह नौकरी, इन सभी के बारे में अक्सर तारीख के साथ जानकारी दी होती ही. ऐसी जानकारी किसी के लिए लिंक्डइन पर देना आम बात है इसलिए थोड़ा सावधानी बरतना बहुत जरूरी है.
प्रोफाइल असली नहीं
लिंक्डइन पर कनेक्ट करने के पहले किसी के भी प्रोफाइल को जरा ध्यान से देखिये. अगर उसमें ऐसा कुछ भी दिख रहा है जिसपर विश्वास करना मुश्किल है तो उससे नहीं कनेक्ट करना बढ़िया होगा. अगर किसी के प्रोफाइल में ढेर साली स्पेलिंग की गलतियां हैं तो उससे भी कनेक्ट नहीं कीजिये. हो सकता है कि वो प्रोफाइल असली नहीं हो.
अगर कोई आपसे कनेक्ट करते ही आपके ईमेल के बारे में पूछता है तो थोड़ा सावधान हो जाइए क्योंकि किसी भी हैकर के लिए वो पहला कदम होता है. उसके नाम और कंपनी के नाम के बारे में एक बार गूगल सर्च कर लीजिए ताकि जिससे आप बात कर रहे हैं वो कोई गलत काम करने की ताक में नहीं हो. एक बार उस आदमी के दूसरे सोशल नेटवर्क पर प्रोफाइल चेक कर लेने में कोई हर्ज नहीं है.
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