आप चाहे कितने भी एमएएच की बैटरी वाले फोन क्यों ना ले लें, लेकिन आपने अक्सर ही देखा होगा कि फोन के जरा सा पुराना होते ही स्मार्टफोन में बैटरी की समस्या आने लगती है. कई लोगों की तो हालत ऐसी हो गई है कि वे दिनभर पावर बैंक लेकर घूमते रहते हैं. खैर, छोड़िए इस बात को, क्योंकि आप कुछ तरीकों को अपनाकर अपने स्मार्टफोन की बैटरी को 40 प्रतिशत तक बचा सकते हैं. आइए जानते हैं.
एरोप्लेन मोड से फोन की बैटरी की होगी बचत
क्या आप यह जानते हैं कि एरोप्लेन मोड में आपके फोन की बैटरी बचती है हालांकि इस दौरान आप ना फोन कर पाएंगे और ना ही रिसीव कर पाएंगे. ‘विमान में यात्रा करते समय आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. बता दें कि एरोप्लेन मोड में सिर्फ 5 फीसदी बैटरी खपत होती है.
अगर आपके पास वाई-फाई का विकल्प है तो मोबाइल के इंटरनेट का इस्तेमाल ना करें, क्योंकि मोबाइल नेटवर्क पर वाई-फाई के मुकाबले ज्यादा बैटरी खपत होती है. एक रिपोर्ट की मानें तो 4जी की तुलना में वाई-फाई के इस्तेमाल पर 40 फीसदी बैटरी कम खर्च होती है.
बैटरी को 100 फीसदी चार्ज ना करें
कोशिश करें कि 80% पूरा होते ही फोन को चार्जिंग से निकाल दें और इस बात का भी ख्याल रखें कि फोन की बैटरी 0% भी ना हो जाए. अगर फोन इस्तेमाल नहीं भी करना है तो चार्ज करके ही रखें.
सोशल मीडिया पर औटो प्ले वीडियो बंद रखें
आमतौर पर फेसबुक, ट्विटर और गूगल क्रोम में औटो प्ले वीडियो का औप्शन आता है, उसे हमेशा बंद रखें, क्योंकि इनके कारण बैटरी बहुत ज्यादा खपत होती है. इसके अलावा फोन को बार-बार चार्ज में ना लगाएं और चार्जिंग के दौरान फोन पर बात ना करें.
फोन को गर्म ना होने दें
फोन को हमेशा धूप से बचा कर रखें, क्योंकि फोन जितना गर्म होगा बैटरी उतनी ही तेजी से खत्म होगी.