रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 15 अगस्त को नए टाइम टेबल को जारी करने के निर्देश दिए हैं. नए टाइम टेबल में रेलवे की समस्त प्रीमियम ट्रेनें राजधानी, शताब्दी, दुरंतो, तेजस, हमसफर, अंत्योदय, गतिमान सहित गरीबरथ का समयपालन 100 फीसदी होगा. लेकिन प्रीमियम ट्रेनों की रफ्तार की कीमत मेल-एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों को चुकानी होगी.

तकनीकी रूप से टाइम टेबल में उक्त ट्रेनें राइट टाइम होंगी, लेकिन हकीकत में इनका ट्रेवलिंग टाइम (यात्रा का समय) 15 से 30 मिनट बढ़ जाएगा. रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि नए टाइम टेबल को लेकर रेलवे बोर्ड व जोनल रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों की अंतिम बैठक इस हफ्ते हो गई है. इसमें यह फैसला किया गया है कि सभी प्रीमियम ट्रेनों का समयपालन 100 फीसदी होगा. इसके लिए अधिकतम 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार पर दौड़ाया जाएगा.

गतिमान एक्सप्रेस 160 किलोमीटर (दिल्ली-आगरा) पर चलेगी. इन ट्रेनों की निगरानी डिविजन स्तर पर डीआरएम व जोनल स्तर पर चीफ पैसेंजर ट्रेन मैनेजर करेंगे. जिससे प्रीमियम ट्रेनें समय टाइम चलें और गंतव्य कभी देर नहीं पहुंचेगी.

जीपीएस डिवाइव लगेंगे

रेल मंत्रालय इंजनों में जीपीएस डिवाइस लगाकर ट्रेनों की सेक्शन (दो स्टेशन के बीच) स्पीड बढ़ाएगा. इससे कंट्रोल रूम से ट्रेन की वास्तविक स्थिति और गति का आकलन किया जा सकेगा. ड्राइवर को दो स्टेशनों के बीच कितनी देर में ट्रेन में पहुंचनी चाहिए इसे रनिंग टाइम पर खरा उतरना होगा. इससे ड्राइवर की कौशल क्षमता का विकास होगा.

ट्रेनों का समय पालन 95 फीसदी होगा

नए टाइम टेबल में लगभग चार हजार से अधिक मेल-एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों का समयपालन 95 फीसदी तय किया है. रेलवे ने इसके लिए उनका ट्रेवल टाइम बढ़ा दिया है. इसमें ट्रैक की क्षमता 110 किलोमीटर प्रति घंटा, पायलट ट्रेन भी 110 किलोमीटर प्रतिघंटा से चलाएगा. लेकिन ट्रेन का चार्टिंग टाइम 105 किलोमीटर प्रति घंटा पर दिखाया जाएगा. इस प्रकार गंतव्य तक पहुंचने पर ट्रेन 15 मिनट से 30 मिनट तक देरी से पहुंचने के बावजूद राइट टाइम होंगी. इस प्रकार मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों का समयपालन 95 फीसदी होगा.

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