हम सभी अपने फोन और लैपटौप के साथ इस्चेमाल की जाने वाली साइट्स व ईमेल आदि पर पासवर्ड डालकर रखते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हम ये अच्छी तरह से जानते हैं कि हैकर्स से डेटा को सुरक्षित रखने के लिए एक मजबूत पासवर्ड रखना बेहद जरुरी है. हालांकि, आपको पता नहीं होगा कि जटिल लगने वाले पासवर्ड भी खतरनाक हो सकते हैं. किसी भी डेटा उल्लंघन में एक बार कब्जा कर लिया गया पासवर्ड साइबर क्राइम फोरम पर आनलाइन पोस्ट हो जाता है.

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंटरनेट पर इस्तेमाल किए जा रहे पासवर्ड्स को हैकर्स एकत्रित करते रहते हैं और इनका उपयोग करके दूसरे आनलाइन अकाउंट्स को हैक करने की कोशिश करते हैं. इसलिए, भले ही आपका पासवर्ड लंबा और रेंडम हो, फिर भी इसका उपयोग न करें अगर इसे डेटा उल्लंघन में पकड़ा गया हो.

अगर आप यह सोच रहे हैं कि आपको कैसे पता चलेगा कि कौन सा पासवर्ड हैक किया गया है और कौन सा नहीं. तो चिंता न करें उस समस्या का समाधान भी है हमारे पास. Okta, एक लौगिन मैनेजमेंट कंपनी इस मुद्दे को हल करने के लिए एक ब्राउजर प्लग-इन लाई है. इसका नाम PassProtect है, प्लग-इन आपको सूचित करेगा कि आपके द्वारा उपयोग किए जाने वाले पासवर्ड को कितनी बार डेटा उल्लंघन के संपर्क में लाया गया है.

कंपनी का कहना है कि प्लग-इन “हैव आई बीन पनड” डेटाबेस से अपना डेटा लेता है, जो सभी हैक किए गए पासवर्ड को ट्रैक करता है. आप सीधे उस वेबसाइट पर जाकर भी अपने पासवर्ड को चेक कर सकते हैं. अभी, पासप्रोटेक्ट केवल क्रोम ब्राउजर पर काम करता है लेकिन कंपनी इसे फायरफौक्स में लाने पर भी काम कर रही है. इसके अलावा, प्लग-इन केवल पासवर्ड का विश्लेषण करता है, यूजर नेम का नहीं. भविष्य में कंपनी भी इस कार्यक्षमता को प्लग-इन में जोड़ना चाहती है.

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