ओनीर प्रेम पर बढ़े अपने क़दमों को किसी हाल में वापस नहीं रखेगा. उसे सहर के साथ बहुत दूर तक चलना है, चाहे कुछ भी हो जाए. फैसला हो चुका था. संस्कार अब दुबके थे. प्रेम मुसकरा रहा था.