लेखक- रामविलास जांगिड़
कर्ज ले कर महंगी शादी करना बहुत भारी समझदारी है. चमकदार बड़ेबड़े टैंट और एक दिन के लिए बरात में ढेरों गाडि़यां लहराना गजब का साहस है. डीजे, ढोल, बैंड, ताशा आदि बजाने से ही आती है असली बरबादी… नहींनहीं, शादी का मजा. शादी वाले एक दिन शेरवानी, ताज और बैंडबाजे के साथ घोड़ी पर बैठ कर नकली राजा बनने के लिए बाद के कई बरसों तक खच्चर बन कर काम करते रहना कोई बुरा सौदा नहीं है, श्रीमान.
दिखावटी दुनिया के सामने एक से बढ़ कर एक दिखावे करना बहुत जरूरी है. घोड़ी पर बैठे एक गधे के लिए बहारों को फूल बरसाने के धंधे में लगाना जरूरी होता है. ओखली में सिर देने के लिए ही शादी के लिए हां कर के बैंड बजाए जाते हैं, ताकि शादीबाज जीव अंतिम बार हंस सके. शादी का सीजन चल रहा है. कई खच्चर गधों में बदल रहे हैं. ‘बहारो फूल बरसाओ’ वाला राष्ट्रीय शादी सौंग धमाल मचा रहा है.
ये भी पढ़ें- हाइटैक स्कूल
बरात की 2 लड़कियां आपस में बातें कर रही थीं. सोना- आओ डियर सामने वाले मार्केट चलें. मोना- चलो डियर. बट शुक्र मनाओ कि मैं इस बार फेल जरूर हो जाऊं. सोना- डियर, तू फेल क्यों होना चाहती है? मोना – पापा ने कहा कि पास हो गई तो स्कूटी दिलाऊंगा और फेल हो गई तो शादी कर दूंगा. तुझे तो पता है न, कि मुझे स्कूटी के बजाय पूरी बस ही चाहिए, वह भी भरपूर दहेज व उसे ढोने वाले जंतु के साथ.
सच है. शादी के सीजन की इस मंडी में कई जंतु बिकाऊ हैं. आज मेरे यार की शादी है के बदले पूरे संसार को शादी के झमेले में डालना बहुत जोरदार है. दोस्त लोग दुश्मनी निभाने के लिए अपनेअपने दोस्तों की शादी करवाने के जतन करते हैं. दोस्त लोग बेगानी शादी में अब्दुल्ला बन दीवाने होते हैं क्योंकि वे दूसरों के दुखों से बहुत खुश होते हैं, इसलिए ही वे नागिन डांस पर नाग बन कर झूमते हैं.
इस दिखावेभरी दुनिया में स्वार्थ की तीखी हवाओं के बीच विवाह एक ऐसा गठबंधन है जिस में 2 जंतु मिल कर उन समस्याओं को सुलझाने का जीवनभर प्रयास करते हैं, जो समस्या न पहले कभी थी, न बाद में कभी होती है. शादी शास्त्री कहते हैं कि जो हंसा, उस का घर बसा. पर शादी के बाद जिस का भी घर बसा, उस से पूछो कि बाद में वह फिर कब हंसा? शास्त्रों ने यह भी कहा, पत्नी को कुछ समझाने से ज्यादा अच्छा रहेगा किसी भी सीमेंटेड दीवार से सिर फोड़ लें. पत्नी से पंगा लेने से बेहतर होगा किसी बैल से सामना कर लें.
ये भी पढ़ें- धूमकेतु समस्या
पतिपत्नी के सामाजिक खेल में गलती ऐसी चीज है जो हमेशा पति की ही होती है और भविष्य में भी होती रहेगी. गलत नाम की चीज पत्नी की कभी भी नहीं हो सकती. जब तूफानी बारिश हो, आधी रात के वक्त चारों ओर कुत्ते भूंक रहे हों, बिजलियां चमक रही हों, लाइटें लप?ापायमान हों और कोई आदमी किसी दुकान से पिज्जा लेने जा रहा हो तो उसे शादीशुदा ही मानना चाहिए. शादी के लिए हां करने का मतलब होता है स्वेच्छा से जेल जाने की तैयारी करना. चलूं, बाहर शादी का बैंड बज रहा है. देख लूं, आज फिर किस की शामत आई है.
यारो, यह शूल चुभाओ, फिर कोई बेवकूफ आया है.