सम्मान पाने की चाह किसे नहीं होती. हमें भी थी. सो, जीतोड़ कोशिश की और कोशिश रंग लाई, लेकिन यह सम्मान इस तरह से मिलेगा, ऐसी उम्मीद न थी.