रमिया के मुंह से ‘अवतारी मां’ के दर्शनों की बात सुन कर सावित्री के मन में उन से मिलने की तीव्र इच्छा जाग उठी, तभी एक दिन अवतारी मां स्वयं जा पहुंचीं अपने अंधभक्त सावित्री के घर. अवतारी मां के अचानक आगमन से क्या सावित्री प्रसन्न थी?