उस का दिल था ही इतना नाजुक कि हर छोटीबड़ी बात पर बच्चों की तरह रो पड़ती. जिंदगीभर पति, बच्चों सब ने उसे सिरआंखों पर बिठाया, फिर भी आदत से मजबूर वह हर खुशी को आंसुओं में सराबोर किए बिना न रह पाती.