क्रिकेट में रिकॉर्ड बनना और टूटना आम बात है. हर खिलाड़ी कोई ना कोई रिकॉर्ड अपने नाम करना चाहता है जिससे क्रिकेट इतिहास में उसका नाम लिखा जाए. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब कोई खिलाड़ी ना चाहते हुए भी अनचाहे रिकॉर्ड का हिस्सा बन जाता है.

क्रिकेट में ऐसे हजारों खिलाड़ी हैं जिनके साथ अनचाहे रिकॉर्ड्स जुड़े. ये खिलाड़ी इन रिकॉर्ड्स को शायद ही कभी याद करना चाहेंगे. तो आईए जानते हैं क्रिकेट के कुछ ऐसे ही अनचाहे रिकॉर्ड्स के बारे में जिनका हिस्सा कोई भी खिलाड़ी नहीं बनना चाहता.

वनडे में सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड

कोई भी बल्लेबाज डक आउट हो पवेलियन लौटना नहीं चाहता. लेकिन जरा सोचिये उस खिलाड़ी को कितनी शर्मिंदगी झेलनी पड़ती होगी जिसके नाम सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड है. वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा मौकों पर शून्य पर आउट होने का रिकॉर्ड श्रीलंका के विस्फोटक बल्लेबाज सनथ जयसूर्या के नाम है. 445 मैचों में जयसूर्या सबसे ज्यादा 34 बार शून्य पर आउट हुए हैं. इनमे उनके नाम 10 गोल्डेन डक भी है, यानी 10 मौकों पर वो पहली ही गेंद पर आउट हुए.

सबसे ज्यादा नर्वस नाइंटिज का रिकॉर्ड

कोई भी बल्लेबाज 90 के आंकड़ें तक पहुंचने के बाद शतक तक जरूर पहुंचना चाहता है. लेकिन हर इच्छा पूरी हो ये जरूरी नहीं. शतकों का शतक बनाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के शतकों की संख्या और ज्यादा होती लेकिन वो अपने पूरे करियर में सबसे ज्यादा बार 90 के आंकड़ें तक पहुंचने के बाद उसको शतक में तब्दील नहीं कर पाए. सचिन कुल 28 बार 90 से 99 के बीच पवेलियन लौटे.

टेस्ट क्रिकेट में सबसे महंगा ओवर

बात अगर वनडे क्रिकेट में सबसे महंगे ओवर की हो तो गेंदबाज के लिए कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन टेस्ट क्रिकेट में सबसे महंगा ओवर डालने का रिकॉर्ड कोई भी गेंदबाज अपने नाम नहीं रखना चाहेगा. इंग्लैंड के सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक गिने जाने वाले जेम्स एंडरसन के नाम ये अनचाहा रिकॉर्ड दर्ज है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में जॉर्ज बेली ने एंडरसन के एक ओवर में 28 रन ले लिये थे.

सबसे ज्यादा रन आउट होने का रिकॉर्ड

वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन आउट होने का रिकॉर्ड भी श्रीलंकाई बल्लेबाज के नाम है. विकेट पर टिकने की क्षमता के लिए मशहूर रहे मार्वन अट्टापट्टू 259 वनडे के अपने करियर में कुल 41 बार रन आउट होकर पवेलियन लौटे. इसके बाद अगला नंबर पाकिस्तान के इंजमाम उल हक और भारत के राहुल द्रविड़ का नंबर आता है. ये दोनों बल्लेबाज वनडे करियर में 40-40 बार रन आउट हुए.

डॉन ब्रेडमैन का अंतिम टेस्ट में शून्य पर आउट होना

टेस्ट क्रिकेट में डॉन ब्रेडमैन के नाम कई शानदार रिकॉर्ड है. टेस्ट क्रिकेट में ब्रेडमैन के रन बनाने का औसत 100 होता अगर वो अपनी अंतिम पारी में शून्य पर आउट नहीं होते. अंतिम पारी में शून्य पर आउट होने की वजह से ब्रेडमैन का टेस्ट औसत 99.94 रह गया.

क्रिकेट में सबसे ज्यादा बोल्ड आउट होने का रिकॉर्ड

क्रिकेट में सैकड़ों रिकॉर्ड अपने नाम करने वाले सचिन तेंदुलकर के नाम अनचाहा रिकॉर्ड भी है. ये रिकॉर्ड है सबसे ज्यादा मौकों पर बोल्ड होने होने का रिकॉर्ड. सचिन तेंदुलकर वनडे में 66 और टेस्ट क्रिकेट में 48 बार बोल्ड हुए हैं. तो अगर देखें तो विरोधी गेंदबाज 114 मौकों पर सचिन का डिफेंस भेदने में कामयाब रहे.

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