टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष बन सकते हैं, पर गांगुली को इसमें ज्यादा रुचि नहीं है. गांगुली इस समय बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के प्रेसीडेंट हैं. उन्होंने कहा कि मैंने अभी किसी भी चीज के बारे में नहीं सोचा है. देखेंगे कि क्या करना है.
साथ ही पूर्व भारतीय कप्तान ने उन रिपोर्टों को भी खारिज कर दिया कि उन्होंने कैब के पद से इस्तीफा दे दिया है.
सिर्फ कुछ महीने के लिए गांगुली बन सकते हैं अध्यक्ष
लोढा पैनल ने साफ कर दिया है कि गांगुली को अगर बीसीसीआई या स्टेट लेवल का मेंबर बनना है तो उन्हें जून के बाद तीन साल का कंपलसरी ब्रेक लेना होगा. बीते दिनों ही लोढ़ा समिति ने प्रशासनिक सुधारों को लेकर पूछे गए सवालों पर सात बिंदू बोर्ड में से सातवां और सबसे अहम था.
यह सातवां बिंदू प्रत्यक्ष रूप से गांगुली से जुड़ा था, जिनके नाम की अध्यक्ष पद के लिए अटकलें लगाई जा रही हैं. लेकिन अगर लोढा समिति के जवाब को सही तरह से समझा जाए तो वह बीसीसीआई अध्यक्ष बन सकते हैं लेकिन सिर्फ कुछ महीने के लिए.
मीटिंग में शामिल नहीं हो सकते शिर्के
लोढ़ा पैनल ने स्पष्ट किया कि बीसीसीआई के बर्खास्त सचिव अजय शिर्के बीसीसीआई की मीटिंग में महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से शामिल नहीं हो सकते हैं.
9 साल का होगा पूरा कार्यकाल
बीसीसीआई ने ये भी कहा कि क्रिकेट बोर्ड में पीरा कार्यकाल (स्टेट और बीसीसीआई) नौ साल का होगा न कि 18 साल का जैसा कि पहले कहा गया था.