उत्तराखंड के युवा शटलर लक्ष्य सेन ने ऑल इंडिया सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट में खिताब जीतकर इतिहास रच दिया है. वह सबसे कम उम्र में खिताब जीतने वाले खिलाड़ी बने गए हैं. वर्तमान में लक्ष्य सेन अंडर-17 वर्ग में नेशनल चैंपियन भी हैं.

अल्मोड़ा निवासी लक्ष्य सेन अब सीनियर खिलाड़ियों पर भी भारी पड़ने लगे हैं. ईटानगर, अरुणाचल प्रदेश में खेली जा रहे टूर्नामेंट में अपने से उम्र में बड़े शटलरों को शिकस्त देकर लक्ष्य ने यह कारनामा कर दिखाया है.

पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में 10वीं वरीयता प्राप्त लक्ष्य सेन ने दूसरी वरीयता प्राप्त कर्नाटक के डेनियल फरीद एस को सीधे सेटों में 21-9, 21-19 से हराकर खिताब जीत लिया. इससे पहले खेले गये सेमीफाइनल मैच में लक्ष्य ने टूर्नामेंट के प्रथम वरीयता प्राप्त चंडीगढ़ के श्रेयाश जायसवाल को 21-19, 11-21, 21-18 और क्वार्टर फाइनल में अपने बड़े भाई चिराग सेन को 21-12, 21-15 से हराया था.

लक्ष्य सेन को बैडमिंटन का खेल विरासत में मिला है. उनके पिता डीके सेन राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच हैं. उनकी देखरेख में लक्ष्य ने बैडमिंटन का ककहरा सीखा. उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव ने बताया कि सीनियर रैंकिंग बैडमिंटन टूर्नामेंट में एकल वर्ग का खिताब जीतने वाले लक्ष्य सेन सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए हैं.

वह अभी 17वें वर्ष में चल रहे हैं. उन्होंने बताया कि उत्तराखंड के ही बोधित जोशी ने टूर्नामेंट में कांस्य पदक हासिल किया है.

लक्ष्य की इस सफलता पर अध्यक्ष एडीजी अशोक कुमार, सचिव बीएस मनकोटी, जिला बैडमिंटन एसोसिएशन के सचिव नवनीत सेठी, आइजी संजय गुंज्याल, बैडमिंटन प्रशिक्षक दीपक रावत ने शुभकामनाएं दी हैं.

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