वेस्टइंडीज दौरे पर 5 वनडे मैचों की सीरीज खेलने गई टीम इंडिया सीरीज में 2-1 से आगे है. हाल ही में चौथे मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में महेंद्र सिंह धोनी काफी निराश दिख रहे हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि धोनी इस हार से इतने हताश थें कि उनके आंखों से आंसू तक निकल आए.

धोनी का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जब भारतीय टीम वेस्टइंडीज से हारी तो हर खिलाड़ी एक दूसरे से हाथ मिला रहे थें. इस दौरान धोनी ड्रेसिंग रूम में काफी दुखी होकर बैठे थें.

धोनी भारत की हार को पचा नहीं पा रहे थे. वो सिर्फ मैदान की तरफ एकटक देखे जा रहे थें. इस दौरान उनकी आंखें नम भी हो गईं. 40 सेकंड के इस वीडियो से जाहिर हो रहा है कि धोनी इस हार से कितने मायूस हैं. वह अपनी इस धीमी पारी को कभी याद नहीं करना चाहेंगे.

धोनी ने दूसरे वनडे मैच में 114 गेंदों में सिर्फ 54 रनों की पारी खेली थी. क्रिकेट पंडित धोनी की इस बेहद धीमी पारी को भारत की हार के लिए जिम्मेदार मान रहे हैं. वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 189 रन बनाए थे और भारत के सामने जीत के लिए 190 रनों का लक्ष्य रखा था. जिसके जवाब में भारत की पूरी टीम 49.4 ओवरों में सिर्फ 178 रनों पर सिमट गई और मुकाबले को 11 रनों से हार गई.

अर्धशतक लगाने के लिए धोनी को 108 गेंदों का सामना करना पड़ा. इसके बाद धोनी ऐनवक्त पर आउट हो गए और टीम हार गई. इसे भारतीय क्रिकेट की सबसे धीमी अर्द्धशतकीय पारी करार दिया जा रहा है.

इससे पहले यह रिकॉर्ड सौरव गांगुली के नाम था. गांगुली ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ 105 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया था. इसके बाद 2007 में भी गांगुली ने बांग्लादेश के खिलाफ 104 गेंदों में 50 रन पूरे किए थे. अब यह रिकॉर्ड धोनी के नाम हो गया है.

हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ इस मुश्किल मैच में अर्द्धशतक लगाने वाले धोनी दूसरे बल्लेबाज रहे. उनके अलावा अजिंक्य रहाणे ने भी 60 रन का योगदान दिया. यह रहाणे का लगातार चौथा वनडे अर्द्धशतक रहा.

वनडे इतिहास की सबसे धीमी अर्द्धशतकीय पारियां

– इंग्लैंड के टीई बैले ने 1958-59 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 350 गेंदों में 50 रन बनाए थे.

– इंग्लैंड के ही सीजे टावरे ने 1982 में पाकिस्तान के खिलाफ लॉर्ड्स में 236 गेंदों में फिफ्टी लगाई थी.

– न्यूजीलैंड के बीए यंग ने 1995 में द. अफ्रीका के खिलाफ 229 गेंदों में 50 रन की पारी खेली थी.

– 1985 में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई सुनील गावस्कर की 51 रनों की पारी इस सूची में चौथे नंबर पर है.

– पाकिस्तान के रमीज राजा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 1986 में कराची वनडे में 209 गेंदों का सामना करते हुए अर्द्धशतक लगाया था.

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