क्रिकेट दुनिया के पसंदीदा खेलों में से एक है. आज क्रिकेट को जितनी लोकप्रियता मिल रही है शायद ही किसी और खेल को मिली हो. क्रिकेट के कुछ दीवानें तो ऐसे हैं जो इसे ही अपनी जिंदगी मान लेते हैं और अपने पसंदीदा खिलाड़ी या टीम के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं.

यह सच ही कहा गया है कि खेल को दर्शक ही बनाते हैं और इसका सबसे सटीक उदाहरण है लोगों में क्रिकेट के लिए दीवानगी. क्रिकेट में करोड़ों लोगों की भावनाएं जिस तरह से अपने चहेते क्रिकेटरों के लिए बहती है वह क्रिकेट को और भी रोमांचित बना देता है. कुछ फैन्स तो स्टेडियम में अपनी उपस्थिति दर्ज करा क्रिकेटर और दर्शकों का मनोबल और रोमांच भी बढ़ाते हैं.

क्रिकेट के कुछ फैन तो ऐसे हैं जो अपने मनपसंद खिलाड़ी से मिलने साइकिल चलाकर 2,000 किलोमीटर का सफर करते हैं, तो कोई अपनी टीम के लिए अपना घर तक बेच डालता है, और कोई बचपन से ही सब कुछ छोड़-छाड़कर टीम और खिलाड़ियों को चीयर करने में ही जिंदगी बिताता है. आज हम आपको कुछ ऐसे ही क्रिकेट फैन्स के बारे में बताने जा रहे हैं.

सुधीर कुमार गौतम

भारतीय तिरंगे के तीन रंगों से रंगा हुआ शरीर, सिर पर बना भारत का नक्शा और शरीर पर गुदा सचिन तेंदुलकर का नाम. यही है भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े फैन सुधीर कुमार गौतम की पहचान. बिहार के सुधीर कुमार गौतम भारतीय सरजमीं पर होने वाले हर मैच में अकसर देखे जाते हैं.

वर्ष 2003 में सचिन तेंदुलकर से मुलाकात करने के लिए सुधीर बिहार से मुंबई तक साइकिल पर चले गए थें और होटल के सामने काफी देर इंतजार करने के बाद उनकी सचिन से मुलाकात हुई थी.

क्रिकेट के प्रति सुधीर का जूनून देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें स्पॉन्सर किया. उन्होंने सचिन के साथ 2011 का वर्ल्ड कप जीत भी सेलीब्रेट किया. सुधीर पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘बियोन्ड ऑल बाउंड्रीज’ बनाई जा चुकी है. सचिन तेंदुलकर के रिटायरमेंट के बाद भी सुधीर टीम इंडिया का उत्साहवर्धन करने के लिए अमूमन हर मैच में देखे जाते हैं.

राम बाबू

भारत के सुधीर कुमार गौतम की तरह ही मोहाली के राम बाबू भी क्रिकेट के क्रेजी फैन हैं. राम बाबू भारतीय वनडे टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के डाई-हार्ट फैन हैं. जहां भी भारतीय कप्तान क्रिकेट खेलने के लिए जाते हैं वहां रामबाबू उपस्थित हो जाते हैं.

आपको बता दें वह पंजाब की ओर से जिला स्तर तक क्रिकेट भी खेल चुके हैं. पारिवारिक मजबूरी के कारण उन्हें क्रिकेट खेलना छोड़ना पड़ा. लेकिन वह खुद को क्रिकेट से दूर नहीं कर पाएं और धोनी के सबसे बड़े फैन बन गएं.

चाचा क्रिकेट

चाचा क्रिकेट पाकिस्तान क्रिकेट के सबसे बड़े क्रिकेट फैन हैं. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के रहने वाले चाचा क्रिकेट पाकिस्‍तान में होने वाले लगभग हर मैच को देखने जाते हैं. इनका असली नाम चौधरी अब्दुल जालील है. मैदान में चाचा सफेद दाढ़ी, हरे रंग की सलवार-कमीज और सिर पर टोपी पहने नजर आते हैं.

चाचा क्रिकेट को दुनिया भर के लोगों ने सबसे पहले 1980 में शारजाह कप के दौरान जाना था. उस समय वह यूएई में ट्रक ड्राइवर थें. बाद में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें पूरे विश्व में पाकिस्तानी टीम का समर्थन करने के लिए स्पॉन्सर किया.

शोएब अल बुखारी

शोएब अल बुखारी बांग्लादेशी क्रिकेट टीम के एक जुनूनी फैन हैं. शरीर पर पीले रंग की धारियां बनाए और बांग्लादेश का इंडा लिए वह मैदान में नजर आते हैं. पेशे से मोटर मैकेनिक शोएब की असली पहचान बांग्लादेश टीम के अजीज क्रिकेट फैन के रूप में है.

वह बांग्लादेश की क्रिकेट टीम के तब भी फैन थें जब बांग्लादेश का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रदर्शन अच्छा नहीं था. वह अपनी टीम का मनोबल बढ़ाते हर जगह नजर आ जाते हैं.

भारत आर्मी

1999 के वर्ल्ड कप के दौरान चार दोस्तों ने मिलकर भारत आर्मी का गठन किया था. इसका मुख्य उद्येश 1999 के वर्ल्ड कप के दौरान भारतीय टीम को सपोर्ट करना था. आज यह चार दोस्तों का ग्रुप एक बड़ा रूप ले चुका है. भारत आर्मी टीम इंडिया को अब हर जगह सपोर्ट करने पहुंचती है.

बार्मी आर्मी

बार्मी-आर्मी आज इंग्‍लैंड का एक फेमस क्रिकेट फैन ग्रुप है. लेकिन आपको बता दें कि इस फैन ग्रुप की नींव तीन दोस्तों ने 1994-95 के ऐशेज सीरीज के दौरान रखी थी. ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इन्हें बार्मी आर्मी की उपाधि दी थी क्योंकि मैच के दैरान ये कभी भी इंग्लैंड का प्रोत्साहन बढ़ाने से पीछे नहीं हटे, फिर चाहे टीम अच्छा खेल रही हो या खराब. सबसे खास बात तो यह है कि आज दुनिया में इंग्लैंड टीम जहां भी जाती है, उसका उत्साह बढ़ाने के लिए बार्मी-आर्मी भी वहां होती है.

मोहम्‍मद बशीर बोजाई

यह भी पाकिस्‍तान के क्रेजी क्रिकेट फैन हैं. हालांकि क्रिकेट के ये सुपर फैन दूसरों से कुछ अलग हैं. बशीर, महेंद्र सिंह धोनी के दीवाने हैं पर उतने ही जबरदस्‍त पाकिस्‍तानी क्रिकेट टीम के भी सर्पोटर हैं. वो दोनों के लिए चियर करते है.

2014 में बांग्लादेश में आयोजित हुए टी 20 वर्ल्‍ड कप से बशीर सबसे पहले चर्चा में आए. इसके बाद वो वर्ल्‍ड कप के दौरान भी नजर आयें. बशीर पाकिस्‍तान के हर मैच में शामिल नहीं होते पर आईसीसी के करीब करीब हर उस मैच में दिखाई देते हैं जिसमें इंडिया और पाकिस्‍तान आमने सामने होती है.

ग्रेवी द इंटरटेनर

वेस्टइंडीज क्रिकेट के पर्याय के रूप में पहचान बनाने वाले ग्रेवी क्रिकेट मैदान पर अपने बैंड के आर्टिस्टों के साथ जिस अंदाज में प्रवेश करते थें वह दर्शकों के साथ खिलाड़ियों को खूब भाता था.

ग्रेवी ने 1988 से साल 2000 तक क्रिकेट क्राउड को खूब इंटरटेन किया. वह इस दौरान विभिन्न प्रकार के परिधानों में नजर आते थें. उनका सफेद रंग की वेडिंग ड्रेस के साथ मैदान में आना लोगों को खूब भाता था.

वह मैदान पर विभिन्न प्रकार के डांस भी करते थें जो अक्सर दर्शकों को लुभाता था. यही कारण था कि वह वेस्टइंडीज क्रिकेट के प्रतीक के रूप में उभरे थें. उनका असली नाम लैबन केनीथ ब्वैकबर्न ल्यूवेन्टिन बकोनन बेंजामिन (Labon Kenneth Blackburn Leeweltine Buckonon Benjamin) था.

कार्ल ट्यूसर

ऑस्‍ट्रेलिया के कार्ल ट्यूसर का नाम भी क्रेजी फैन्स की लिस्ट में शामिल है. कार्ल कार्टून वाले लिबास में मैच में दिखाई देते हैं. कंगारू की कॉस्‍ट्यूम में सजे कार्ल ट्यूसर ऑस्‍ट्रेलिया के सुपर फैन बन कर उभरे हैं. आज वह एक सेलीब्रेटी बन चुके हैं. वे काफी तेज आवाज में चिल्‍ला कर अपनी टीम का उत्साहवर्धन करते हैं.

पर्सी अभयशेखर

श्रीलंका के पर्सी अभयशेखर भी इस लिस्‍ट में शामिल हैं. पर्सी का लुक देख देख कर ऐसा ही लगता है कि वे श्रीलंकाई टीम के सदस्‍यों में से एक हैं. पर्सी पिछले पचास से ज्‍यादा सालों से बाउंड्री पर खड़े होकर अपनी टीम को चियर करने हर जगह श्रीलंकन टीम के साथ देखे जा सकते हैं. हाथों में अपने देश का झंडा थामे पर्सी को उनकी फनी राइम्‍स के लिए भी जाना जाता है.

सिर्फ ये 10 नहीं बल्कि ऐसे कई क्रिकेट फैन और ग्रुप हैं, जो देश और अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की खातिर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं.

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