अगर छेड़छाड़ सड़क पर हो तो आप रास्ता बदल सकती हैं, पर यदि औफिस में हो तो आप को सामना करना ही पड़ेगा. ऐसे में महिलाएं क्या करें ताकि सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे कुछ मजेदार सुझाव पेश हैं... अगर कोई अचानक पीछे से चुन्नी पकड़ ले, तो कहिएगा कि अरे अशोकजी आप मैं तो डर ही गई थी कि घास चरतेचरते गधे यहां औफिस में कहां से आ गए. थोड़ी नाटकीयता से घबरा कर बोलें. सहयोगी साथियों के हंसने से वह बड़ी बेइज्जती महसूस करेगा. फिर सब के साथ आप भी मजा लें. जरूरत से ज्यादा तारीफ करने वाले को मुसकरा कर कहें कि इतनी तारीफ कर ही रहे हैं तो सर मेरा भी फर्ज बनता है कि आप को बता दूं कि अगले महीने मेरा बर्थडे है. 5-10 हजार का गिफ्ट तो जरूर लाएंगे न, बेचारा घबरा जाएगा. खिसियाया सा बोलेगा कि हांहां, क्यों नहीं मैडम.
फ्लर्ट करने वाले को मुसकराते हुए कहें कि मिस्टर आप का छेड़ने का अंदाज तो बहुत ही निराला है. जरूर भाभी को ऐसे ही पटाया होगा. बेचारा यह सुनते ही झेंप जाएगा और फिर कभी कुछ न बोलेगा.
‘मिस इस सैक्सी सूट में क्या जंच रहीं हैं’, कोई यह कहे तो जवाब में कहें कि अरे मैं तो भूल ही गई थी. जंच रही हो से याद आया कि बड़े सर ने आप को वह कल वाली फाइल की जांच के लिए बुलाया है. बड़े गुस्से में लग रहे थे. क्या कर दिया आप ने... जल्दी जाइए... उस का मुंह खुला का खुला रह जाएगा.