अकसर मातापिता तलाक लेते समय और इस प्रक्रिया के दौरान बच्चों से बातचीत करने से बचते हैं. जिस का उस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और इस सदमे से वे कई बार ताउम्र डिस्टर्ब रहते हैं. थेरैपिस्ट, एजुकेटर और लेखक एलिसन जोंस कहती हैं कि अपने बच्चों से तलाक संबंधी बातों को न छिपाएं, उलटा उन से खुल कर बात करें. हो सकता है उस समय वह नाराज या निराश दिखें लेकिन भविष्य में मातापिता के संबंध विच्छेदन की इस पीड़ा से उबर जाएंगे.
इस विषय पर बच्चों से क्या बात करें, इस पर वे कुछ टिप्स भी देती हैं.
- तलाक की बात करते समय माता और पिता दोनों साथ में बच्चों का सामना करें.
- तलाक लेने की वजहों और शादी के बाद आने वाली समस्याओं को बच्चों के सामने खुल कर रखें.
- उन को झूठी तसल्ली देने के बजाय उन्हें बताएं कि वे भी दुखी हैं.
- तलाक के बाद बच्चे कहां रहेंगे और क्याक्या बदल जाएगा, इस पर भी उन से बातचीत करें.
- उन की पढ़ाई, खानेपीने से ले कर स्कूल के तमाम कार्यक्रम उन से साझा करें