लगता है सोशल मीडिया अब क्राइम का नया ठिकाना बन चुका है. आएदिन आपराधिक चरित्र के लोग कभी व्हाट्सएप ग्रुप बना कर तो कभी फेसबुक पर विज्ञापन दे कर कानून व्यवस्था के लिए नई चुनौतियां पेश कर रहे हैं.
ताजा और एक अजीबोगरीब मामला बिहार के पटना का है जहां के बाइकर्स गैंग ने फेसबुक पर विज्ञापन पोस्ट कर पुलिस महकमे में खलबली मचा दी है.
खौफ फैलाना चाहते हैं
इस विज्ञापन में आपराधिक किस्म के लोगों से अपराध की दुनिया में जुड़ने के लिए बजाप्ते योग्यता भी रखी है. विज्ञापन में कहा गया है कि विज्ञापन में कहा गया है कि जिन लोगों की अपराध में रूचि है और वे खौफ फैलाना चाहते हैं वे बाइकर्स गैंग में शामिल हो सकते हैं.
वैकेंसी में यह कहा गया है कि उन्हें ऐसे बाइकर्स की तलाश है जो उन के गैंग में शामिल हो कर अपराध कर सकें.
खुलेआम प्रचार
वैकेंसी में कहा गया है कि पटना में एक बार फिर से खौफ वापस लौटेगा इसलिए बाइकर्स की तलाश की जा रही है. सोशल मीडिया पर यह भी कहा गया है कि जो लोग इस गैंग में शामिल होना चाहते हैं वे इसे लाइक करें और इनबौक्स में मैसेज करें.
हैरत की बात यह है कि इस पोस्ट को कईयों ने लाइक भी किया है और एक लड़के ने यहां तक लिख दिया,”हां हमें करना है…”
पुलिस के लिए चुनौती पर निबटने के लिए तैयार
बाइकर्स गैंग की वैकेंसी जब सोशल मीडिया पर निकली तो पटना के एसएसपी मनु महाराज ने मीडिया से बातचीत में बताया की, “पुलिस मामले की जांच कर रही है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह विज्ञापन किस ने दिया है?”
उन्होंने आगे कहा, “पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी काररवाई करेगी.”
इस से पहले पटना में मोबाइल, चेन स्नेचिंग के अपराध में भारी इजाफा हुआ था. दिनदहाड़े इस लूट से राजधानी में भय का माहौल था. इस अपराध में पुलिस को कई बाइकर्स गैंग्स द्वारा वारदात को अंजाम देने की सूचना मिली थी, तब पुलिस ने दबिश दे कर कई बदमाशों को पकड़ा था और इन्हें जेल भी हुई थी. पुलिस ने तब लगभग 2 दर्जन से अधिक बाइकर्स गैंग्स को पकड़ा था.
महज शौक के लिए अपराध
आश्चर्य की बात यह भी कि इन गैंग्स में खातेपीते घरों के लड़के शामिल थे जो महज शौक पूरा करने के लिए घटनाओं को अंजाम दे रहे थे.
ये बदमाश महंगी बाइक चलाते हैं और लूट, मोबाइल, चेन स्नेचिंग करने के साथसाथ लड़कियों महिलाओं के साथ छेड़खानी भी करते हैं.
कमजोर पड़े बाइकर्स गैंग्स एक बार फिर से राजधानी की सड़कों पर दहशत फैलाने की फिराक में हैं इसलिए जरूरी है कि आम लोग सावधानी बरतें.
क्या करें
सोशल मीडिया और खासकर फेसबुक फ्रैंड लिस्ट पर ध्यान रखें और ऐसा कोई पोस्ट जो अपराध को बढ़ावा देने वाला हो भूल कर भी उस पर न तो कमेंट करें और न ही उसे लाइक करें, अन्यथा पुलिस आप से पूछताछ कर सकती है. संदिग्ध लोगों को तुरंत अनफ्रैंड कर ब्लौक कर दें.
अपना पर्सनल नंबर भूल कर भी सोशल मीडिया पर शेयर न करें और न ही किसी से अनावश्यक चैटिंग करें. विशेष परिस्थिति में तुरंत पुलिस की सहायता लें.