सवाल
मैं 28 वर्षीय पढ़ालिखा विवाहित युवक हूं. पिछले साल मेरे घर वालों ने मेरी मरजी के खिलाफ शादी कर दी थी लेकिन अब तक मैं उस लड़की को स्वीकार नहीं कर पा रहा हूं. जबकि मेरे घर वाले उसे बहुत पसंद करते हैं. आप मुझे सही राह दिखाएं?
जवाब
माना कि आप के पेरैंट्स ने आप की राय जाने बिना आप की शादी कर दी, जो सही नहीं है, लेकिन अब जब वह आप की जिंदगी में आ गई है तो उसे पूरे दिल से स्वीकार करें.
आप की बात से स्पष्ट है कि उस का व्यवहार काफी अच्छा है. तभी आप के फैमिली वाले उसे पसंद करते हैं और वह आप की भी खूब केयर करती है. एक बात ध्यान रखिए, आज के समय में गुड व केयरिंग लाइफपार्टनर मिलना बहुत मुश्किल है, इसलिए उसे खोइए मत और दिल खोल कर प्यार दीजिए.
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शादी रे शादी, तेरे कितने रूप
शादी 2 लोगों के बीच सामाजिक एकता या वैधानिक संधि है. इस का आधार पे्रम व विश्वास माना जाता है. शादी करने के पीछे कानूनी, सामाजिक, भावानात्मक, आर्थिक, धार्मिक आदि कई कारण माने जाते हैं. प्रत्येक संस्कृ ति, देश, राज्य में अलगअलग तौरतरीकों से शादियां होती हैं. शादी स्वयं में एक संस्था कहलाती है और समाज में शादी को आवश्यक भी माना जाता है. समय बदलने के साथसाथ जहां दुनिया भर के लोगों के रहनसहन में बदलाव आए हैं, वहीं उन के विचारों में भी परिवर्तन आए हैं. आज अनेक लोग शादी नामक संस्था से सहमत नहीं हैं और इसलिए वे इसे एक नया और ज्यादा अनुकूल आकार देने के लिए तत्पर रहते हैं.