Delhi Election : कांग्रेस की राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष अलका लांबा विधानसभा चुनाव में दिल्ली की सीएम आतिशी मारलेना के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरी हैं. स्टूडेंट पौलिटिक्स से देश की राजनीति में कदम रखने वाली अलका लांबा शुरुआत में कांग्रेस से जुड़ी थी लेकिन अन्ना आंदोलन के समय अरविंद केजरीवाल के अभियान के साथ आ खड़ी हुई. आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी बन कर चांदनी चौक विधान सभा सीट से जीत भी हासिल की लेकिन बाद में उन्होंने खुद को पार्टी से अलग कर लिया और दोबारा कांग्रेस में शामिल हुई.
पेश है दिल्ली विधानसभा चुनाव, स्टूडेंट पौलिटिक्स, अरविंद केजरीवाल, महिलाओं को 2.5 हजार रुपए देने, शिक्षित युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ता और भाजपा के हथकंडों पर अलका लांबा से की गई बातचीत –
Q : शीला दीक्षित ने दिल्ली में लगातार तीन बार सरकार चलाई. काफी विकास भी हुआ, लेकिन फिर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर दिया. अभी वनवास जारी रहेगा या इस बार कुछ बड़ी उम्मीद बनी है?
A : अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित पर धोखा, झूठ, फरेब और भ्रष्टाचार के कई इल्जाम लगाए, उनको बदनाम किया. हालांकि अदालत में भ्रष्टाचार के आरोप साबित नहीं हो पाए. अब वही केजरीवाल शराब घोटाले में फंस कर जेल जाते हैं, बेल पर बाहर आते हैं यहां तक कि उनकी कुर्सी चली जाती है. अगर नैतिकता हो, तो उनको दिल्ली से माफी मांगनी चाहिए. इन पर भ्रष्टाचार के गंभीर मामले चल रहे हैं इसलिए चुनाव मैदान से हट जाना चाहिए, जब तक क्लीन चिट नहीं मिले.
Q : देश की राजधानी दिल्ली में महिला सम्मान की बातें हो रही है. महिला सम्मान राशि देने का वादा किया जा रहा है. पार्टियों में इसकी होड़ लगी है. एक महिला होने के नाते ऐसी योजना पर आपके क्या विचार हैं?
A : कई सालों से महंगाई थी, राहत नहीं थी, दस साल में ‘आप’ की सरकार ने 10 रुपया नहीं दिया. अब चुनाव हार रहे हैं तो सम्मान राशि दे रहे हैं. केजरीवाल जी ने पंजाब में भगत सिंह की कसम खाकर महिलाओं को हजार रुपए देने की घोषणा की थी, जो आज तक उन्हें नहीं मिला. आम आदमी पार्टी धोखा है यह बात जब राहुल गांधी ने कहीं तो केजरीवाल जी ने कहा कि वे उन्हें गाली दे रहे हैं. हमने कर्नाटक में 2 हजार देने का वादा किया था, तो दो हजार दे रहे हैं. दिल्ली में ‘प्यारी दीदी योजना’ के तहत कांग्रेस की ओर से महिलाओं को 2500 रुपया देने को कह रहे हैं, कर्नाटक की तर्ज पर महंगाई का मुकाबला करने के लिए हर महीने की पहली तारीख को यह राशि दिल्ली की महिलाओं को दी जाएगी.
Q: हाल ही में रमेश बिधूड़ी का एक बयान आया जिसमें प्रियंका गांधी को लेकर टिप्पणी की गई. इस तरह के बयानों का क्या प्रभाव देखती हैं आप?
A : रमेश बिधूड़ी की नजर विकास की बातों से ज्यादा बहनबेटियों की गालों पर है. तभी उनके मुंह से यह निकल जाता है कि वे सत्ता में आएंगे तो कालकाजी की सड़कें प्रियंका गांधी के गालों जैसी बन जाएगी. उनकी बातों से कालकाजी की महिलाओं में गुस्सा है वे चाहती हैं कि बीजेपी और रमेश बिधूड़ी माफी मांगे. प्रियंका गांधी भी किसी की मां, बहन और बेटी है और उसके लिए आप जनप्रतिनिधि होकर सड़क पर ऐसी भाषा कैसे बोल सकते हैं. जनप्रतिनिधि के रूप में आपके पास मांबहन बेटियां जाएगी तब क्या होगा? हरियाणा के बीजेपी अध्यक्ष पर अभी गैंगरेप का आरोप लगा है, एफआईआर हुई है. कुलदीप सिंह सेंगर, प्रज्जवल रवन्ना, बृजभूषण शरण के उदाहरण सामने हैं. इससे महिलाओं को लेकर बीजेपी के चाल, चरित्र और चेहरे को समझा जा सकता है.
Q : कालकाजी सीट पर आपकी लड़ाई किससे है.
A : मेरी लड़ाई विकास के मुद्दों पर दिल्ली की सीएम आतिशी मारलेना से है. मैं चकित हूं केजरीवाल जी बारबार खुद को दिल्ली का बेटा बोल रहे हैं, क्या उन्हें आतिशी मारलेना दिल्ली की बेटी नहीं हैं.
Q : दिल्ली के पुरुष भी कह रहे हैं कि महिलाओं की तरह उन्हें भी फ्री बस सेवा होनी चाहिए.
A : मुझे लगता है कि सबको रोजगार मांगना चाहिए. सरकारी नौकरी के 30 लाख पक्के पद खाली पड़े हैं, उसे भरना है. हम नई नौकरियां पैदा नहीं कर पा रहे हैं, सरकार इसकी दोषी है. दिल्ली में कांग्रेस ने ‘युवा उड़ान योजना’ के तहत शिक्षित बेरोजगार युवाओं को एक साल तक हर महीने 8500 रुपया देने का वादा किया है, जो दिल्ली में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दिया जाएगा लेकिन यह स्थायी सौल्यूशन नहीं है. कांग्रेस चाहती है सबके पास सरकारी पक्की नौकरी हो, परीक्षाओं के पेपर लीक न हो, समय पर रिजल्ट आए और नियुक्तियां हो.
Q : आप महिला कांग्रेस की जिम्मेदारी संभाल रही हैं. क्या स्थिति बन रही है आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी को देश में किस स्थिति में देखती हैं?
A : महिला कांग्रेस के अध्यक्ष पर आए मुझे एक साल हुए हैं. इस बीच मैंने देश के 28 राज्यों 8 केंद्र शासित राज्यों के दौरे किए, इस दौरान लोकसभा चुनाव के साथ ही 5 राज्यों में चुनाव भी हुए. राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी रही. इस दौरान 4 लाख महिलाएं औनलाइन हमारी सदस्य बन चुकी हैं. हमारा लक्ष्य इन महिलाओं को राजनीति की मुख्यधारा में लेकर आना है इनमें से टौप 50 महिलाओं को first women leadership training programme के तहत दिल्ली में प्रशिक्षित किया गया. इन्हें संगठन में पद और जिम्मेदारी देंगे. कांग्रेस चाहती है कि 33 प्रतिशत आरक्षण के लागू होने के बाद ये महिलाएं आने वाले दिनों में विधायक और सांसद बनें. हमारा लक्ष्य 10 लाख महिलाओं को सदस्य बनाना है.
Q : आप छात्र राजनीति में थीं. दिल्ली विश्वविद्यालय में नेता रहीं. आज की तारीख में छात्र राजनीति को किस तरह से देखती हैं और क्या कहना चाहेंगी?
A : हमारे समय में दिल्ली में छात्र राजनीति का जोश होता था, स्टूडेंट पौलिटिक्स का वह जलवा आज नजर नहीं आता है. राजनीति में आने के इच्छुक युवाओं के लिए यह एक फाउंडेशन की तरह होता था. मुझे छात्र राजनीति में काफी कुछ सीखने को मिला. आज सत्ता का हस्तक्षेप हो चुका है, आज दिल्ली यूनिवर्सिटी में अलग विचारधारा के लोगों की जगह खत्म कर दी गई. दिल्ली विवि की वोटिंग होती है और रिजल्ट रोक दिए जाते हैं और अदालत को बीच में आना पड़ता है.
Q : क्या वुमन लीडर को नीचा दिखाने का सबसे अच्छा तरीका उसका चरित्र हनन करना है?
A : बिलकुल, केवल राजनीति में ही नहीं बाकी क्षेत्रों में भी वुमन लीडर्स के साथ ऐसा होता है. महिलाओं के कैरेक्टर, परिवार, चालचरित्र पर सीधे हमले होते हैं. आज डिजिटल साधनों की मदद से झूठ को फैलाना आसान हो गया है. अगर सचाई बताने में देर होती है, तो झूठ फैलने का नुकसान भी होता है. सत्ता में बैठे लोग हमसे ज्यादा ताकतवर हैं लेकिन हम हार नहीं मानते हैं.
अलका लांबा इमोशनल है लेकिन भावुक होकर आंसू नहीं दिखाने में विश्वास नहीं करती है. मैं भावुक नहीं हो सकती क्योंकि महिला कांग्रेस की अध्यक्ष होने की वजह से बहुतों के आंसू पोंछने की जिम्मेदारी है.
Q : बात आम आदमी पार्टी की हो रही है तो आप भी जुड़ी थीं. अन्ना आंदोलन के समय से आप उनके साथ थीं, फिर आपने दोबारा घर वापसी की और कांग्रेस का हाथ थामा क्या कुछ अनुभव रहे इस दौरान?
A : अन्ना आंदोलन के समय मुझे लगा कि एक मौका इन्हें मिलना चाहिए. मैं पांच साल उस पार्टी से विधायक भी रही और तब मुझे अहसास हुआ कि रामलीला मैदान में खड़ा हुआ आंदोलन एक झूठ था. धीरे धीरे मैंने इन्हें सत्ता के लिए समझौता करते देखा. उन दिनों कागजों का पुलिंदा लेकर जो भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए, उनमें से कितने भ्रष्टाचार के आरोप साबित हो पाए. बंगला और गाड़ी नहीं लेने की बात करने वाला और खुद को आम आदमी बताने वाला व्यक्ति टैक्स दाताओं के 33 करोड़ रुपए अपने बंगले पर फूंक देता है, शराब नीति के तहत 2000 हजार करोड़ का सीधा नुकसान सरकारी खजाने को होता है. जिस जनलोकपाल और लोकायुक्त के लिए आंदाेलन किया गया था, आज वो कहां है?
Q : क्या ‘आप’ बीजेपी की B टीम है?
A : मैं तथ्यों पर कह रही हूं कि ‘आप’ बीजेपी की बी टीम है. इसके सबूत है. पंजाब से हमें किसने बाहर किया, ‘आप’ ने. दिल्ली में भाजपा नहीं आ रही थी यहां भी उसने अपनी B टीम को सामने रखा. भाजपा को कहीं भी आम आदमी पार्टी ने नहीं हराया, भाजपा की आड़ में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से सत्ता ली. पंजाब में हम अकेले लड़े, तो 13 में से 7 सीटें हमने जीतीं. अडानी पर कभी अरविंद केजरीवाल को बोलते हुए नहीं देखा गया.
Q : क्या अब आम आदमी पार्टी भी धर्म की राजनीति करने लगी है?
A : आज ये भाजपा की भाषा बोल रहे हैं, धर्म की राजनीति कर रहे हैं, देश की गिरती हुई इकोनौमी को ठीक करने के लिए और गिरते हुए रुपए को ऊपर लाने के लिए नोट में गणेश और लक्ष्मी की फोटो लगाने की बात कर रहे हैं, बार बार हनुमान मंदिर जा रहे हैं, इमामों, पंडितों और पंथियों को खुश करने के लिए तनख्वाह रखने की बात की जा रही है. ये सब इसी के उदाहरण हैं.