बेसिक शिक्षा, बाल विकास व पुष्टाहार राज्यमंत्री अनुपमा जायसवाल का राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ यानि आरएसएस को लिखा पत्र उजागर हुआ है. जिसके बाद यह बात पुख्ता हो गई है कि योगी सरकार के मंत्री संघ को सीधे रिपोर्ट करते हैं. अनुपमा जायसवाल इस पत्र को फर्जी बता रही हैं. इस पत्र में अनुपमा जायसवाल ने देवरिया दौरे की रिपोर्ट संघ को भेजी है. पत्र आरएसएस के सह कार्यवाहक को लिखा गया है. पत्र में सरकार की प्राथमिकताओं और विकास कार्यक्रमों की प्रभावी मानिटरिंग की रिपोर्ट भी सलग्न कहने की बात हुई है.

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अब इस पत्र की सच्चाई का पता लगाने की बात हो रही है. असल में पहली बार जनता के सामने ऐसा कोई लिखित प्रमाण भले ही आया हो पर जो लोग भाजपा सरकार के कार्यक्रमों को देखते और समझते हैं उनको साफ पता है कि संघ का भाजपा सरकार पर प्रभाव है. बिना संघ की मर्जी के टिकट वितरण से लेकर पदाधिकारियों की नियुक्ति तक कुछ भी संभव नहीं है. भाजपा के संगठन मंत्री सुनील बंसल को सबसे पावरपफुल माना जाता है.

2019 के चुनावों को लेकर लखनऊ के आनंदी पार्क में हुई बैठक में सरकार और संघ दोनों के प्रतिनिधि थे. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अलावा संघ के लोगों ने भी हिस्सेदारी की. भाजपा और संघ से जुडे 40 संगठनों के 300 से अध्कि पदाधिकारी मौजूद थे. ऐसे में मंत्री का संघ को रिपोर्ट करना कोई बडा मुद्दा नहीं है.

परेशानी वाली बात यह है कि भाजपा अभी तक अपनी सफाई में यह कहती रही है कि वह संघ के दबाव में काम नहीं करती. पहली बार जनता के सामने यह पत्र आया है. जिससे साफ पता चल रहा है कि मंत्री अपनी दैनिक रिपोर्ट संघ को भेजते हैं.

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