प्रदूषण के मसले पर हरियाणा और दिल्ली ने साझा रणनीति बनाई है. दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने दो घंटे तक न केवल प्रदूषण फैलने से रोकने के मुद्दे पर मंथन किया, बल्कि बैठक में लिए गए फैसलों के बाद साझा बयान भी जारी किया.
यह पहला मौका था, जब दोनों मुख्यमंत्रियों ने किसी मुद्दे पर आम राय कायम करके साझा बयान जारी किया है. चंडीगढ़ स्थित हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल के निवास पर आयोजित बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के अलावा आला अधिकारी भी उपस्थित थे. बैठक में कहा गया कि धुंध अस्थायी, जबकि प्रदूषण स्थायी समस्या है. इससे निपटने के लिए ठोस रणनीति लागू करनी होगी.
इससे दोनों राज्यों के करोड़ों लोगों को इसका लाभ मिलेगा. फैसला लिया गया कि भविष्य में हरियाणा तथा दिल्ली सरकार द्वारा पुराने वाहनों का पंजीकरण नहीं किया जाएगा. दोनों राज्यों की सरकारें सीएनजी के माध्यम से चलने वाले वाहनों को ही प्राथमिकता देंगी.
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पेट्रोल के 15 साल पुराने और डीजल के 10 साल पुराने वाहन नहीं चलाने संबंधी दिए गए आदेशों का पालन किया जाएगा.