दीवाली अधिकतर लोगों का फैवरेट त्योहार है. दीवाली के जश्न भी सब अलगअलग तरीके से मनाते हैं. कुछ लोग फैमिली के साथ दीवाली सैलिब्रेट करना पसंद करते हैं तो कई लोगों को दीवाली पार्टी में दोस्तों के साथ ज्यादा मजा आता है. ऐसे में अगर आप भी दीवाली पार्टी करने की ख्वाहिश रखते हैं तो कुछ खास तरीकों से पार्टी प्लान कर आप त्योहार को भरपूर एंजौय कर सकते हैं.

दीवाली की पार्टी और्गेनाइज करना आसान नहीं. पार्टी को स्पैशल बनाने के लिए आप को प्रौपर प्लानिंग के साथ हर छोटीबड़ी चीज पर खास ध्यान देना पड़ता है. दीवाली पार्टी और्गेनाइज करने के कुछ टिप्स को अपना कर पार्टी को यादगार और शानदार बनाया जा सकता है. इस में परिवार या दोस्तों के हर व्यक्ति की पसंदनापसंद को ध्यान में रखते हुए पार्टी की प्लानिंग करने की आवश्यकता होती है.

इस बारे में सैलिब्रिटी शैफ रणवीर ब्रार कहते हैं कि दीवाली की पार्टी हमेशा घर पर ही आयोजित की जाती है. ऐसे में उस की प्लानिंग 7 दिनों पहले से कर लेनी चाहिए.

इस में बजट, मैन्यु, साजसजावट, ड्रैस कोड, मनोरंजन आदि की भी प्लानिंग पहले से कर लेनी चाहिए ताकि पार्टी शानदार बन जाए.

बजट की करें प्लानिंग

बजट की प्लानिंग सब से पहले करें, क्योंकि उसी के हिसाब से खाने का मैन्यु तैयार किया जाता है. इस के लिए जरूरी नहीं कि आप का बजट अधिक हो. कम बजट में भी एक शानदार पार्टी का आयोजन किया जा सकता है, क्योंकि इस दिन सभी घर पर रहते हैं और उस समय की मौसमी सब्जियों और फलों से व्यंजन तैयार कर एक शानदार पार्टी हो सकती है.

रखें फ्लैक्सिबल ड्रैस कोड

पार्टी में ड्रैस कोड भारीभरकम नहीं, बल्कि त्योहार के हिसाब से कलरफुल ट्रेडिशनल रखें, जिस में 2 से 3 रंगों का मेल हो, ताकि सभी के पास वैसी ड्रैस पहले से मौजूद हों.

संतुलित डिशेज

शैफ रणवीर कहते हैं कि दीवाली में ठंड पूरी तरह से नहीं आती, इसलिए इस मौसम में ठंडे और गरम पेय पदार्थों का मिक्सचर बना कर फ्रिज में रख लेना चाहिए. सबकुछ अंत में करने की न सोचें. इस से दीवाली एंजौय करना मुश्किल होता है.

सलाद और शरबत जैसी चीजों को पहले से तैयार कर रख लें. चाट जैसी अगर कुछ डिश आप के मैन्यु में हैं तो इस की चटनियां तैयार कर फ्रिज में रखें. ऐसा करने से समय बचता है और डिश जल्दी तैयार हो जाती है.

अधिक अमाउंट में कोई भी डिश न बनाएं. जितनी कम मात्रा में तैयार व्यंजन होंगे, लोग उतनी ही अधिक डिशेज को टेस्ट कर पाएंगे. इस से वे सभी डिशेज के टेस्ट का आनंद उठा सकते हैं. अगर एक डिश से पेट भर गया तो व्यक्ति आगे कुछ खाना नहीं चाहेगा, इस से खाना खराब होता है.

कई प्रकार के शरबत मैन्यु में शामिल करें. इस से लोग काफी समय तक पार्टी में टिक सकते हैं. अधिक मसाले वाला खाना न सर्व करें क्योंकि आज सभी स्वास्थ्य को ले कर जागरूक हो चुके हैं. ऐसे में यूथ हो या वयस्क, सभी कम तेलमसाले में स्वादिष्ठ भोजन खाना पसंद करते हैं.

खाने की सजावट में उन चीजों को न डालें जो खाई न जा सकें. सिर्फ सजावट के लिए कुछ भी डाल कर टेबल को न सजाएं. सलाद हो या कुछ और उसे खाई जा सकने वाली चीजों से सजाएं. इस से आप की क्रिएटिविटी और खाने का आकर्षण बना रहता है.

करें सजावट फूलों से

सजावट के लिए उस मौसम में मिलने वाले गेंदे के फूल का प्रयोग करें. एक अच्छी रंगोली के साथ बीच में मिट्टी के दीये को जला कर एथनिक लुक दें. मुख्यद्वार पर भी गेंदे के फूलों की तोरण बना कर सजावट करें. डाइनिंग प्लेस के पास फूलों के गुलदस्ते रखें. उस में ताजे फूलों के साथ मिट्टी के कलरफुल दीये रखें हों, जो परिवार के सभी को ट्रैडिशन के साथसाथ ताजगी का एहसास करवाएं.

मनोरंजन को भी दें प्राथमिकता

दीवाली क्रिएटिविटी का त्योहार है, इसलिए इसे मनोरंजक बनाने के लिए ताश नहीं, बल्कि कुछ गेम्स, संगीत और इंटरएक्शन का माहौल रखें, ताकि पार्टी शानदार और यादगार बने.

हर क्षेत्र की पसंद अलग

स्टर्लिंग हौलीडेज एंड रिसौर्ट लिमिटेड के शैफ सरवनन थान्गावेल कहते हैं कि त्योहार के दिन घर पर रह कर सभी एक आकर्षक और शानदार डिनर पार्टी का आयोजन कर सकते हैं. वे आगे कहते हैं कि इस का आयोजन नौर्थ और साउथ इंडिया में अलगअलग तरीके से किया जाता है.

साउथ में अधिकतर लोगों के खाने की चौइस नौर्थ से काफी अलग होती है. साउथ में दीवाली पर मुर्कू (नमकीन), जो बेसन से नहीं, चावल के आटे से बनाया जाता है, को पहले से बना कर रखा जा सकता है जिसे शरबत के साथ परोसा जाता है.

शैफ थान्गावेल कहते हैं, ‘‘मेरे हिसाब से जो सामग्री आप को आसानी से मिले या घर पर हो उस से ही भोजन की प्लानिंग करें. बाहर जा कर अपना समय बरबाद न करें. स्टार्टर के रूप में मिलेट्स के रोटी, पकौड़े आदि बनाए जा सकते हैं, जो मेन कोर्स से पहले परोसे जा सकते हैं.’’

‘‘दक्षिण में अधिकतर लोग नौनवैजिटेरियन होते हैं. इस से उन की पसंद के चिकन या मटन की कई वैरायटियां बनाई जा सकती हैं, जबकि शाकाहारी लोगों के लिए मौसमी सब्जियों की कई डिशेज बना सकते हैं, जिन में उपकर्म (दाल), लौकी की सब्जी, घी चावल आदि हो सकते हैं.

डिशेज तैयार करते वक्त इस बात का ध्यान रखना है कि खाना अधिक हैवी न हो और सभी भोजन का आनंद उठा सकें. डैजर्ट की अगर बात करें तो आदिरसम है जो एक मीठा व्यंजन है और जिसे गुड़ व चावल के आटे के साथ बनाया जाता है. यह दीवाली में खास होता है.

दक्षिण में हलवा भी आटे का ही बनता है, जिसे 2 दिनों पहले बनाया जा सकता है. इस के अलावा रवा लड्डू, टैंडर कोकोनट की कुल्फी आदि भी बनाई जा सकती है. हौट स्वीट डिश में पायसम है जो रवा या सेंवईं से बनाई जा सकती है. इस प्रकार साउथ में दीवाली का त्योहार उस समय खेतों में उगने वाली सभी चीजों से ही मनाया जाता है. दीवाली के समय के मौसम में केरल में उगने वाले गेंदे के फूलों की रंगोली, तोरण आदि के साथ दीवाली को यादगार बनाया जा सकता है.

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