त्योहारों के आते ही बधाई संदेशों का सिलसिला तेज हो जाता है. समय के साथसाथ बधाई संदेशों का चलन बदलता जा रहा है. टैलीग्राम, ग्रीटिंगकार्ड, ईमेल, एसएमएस से गुजरते हुए बधाई संदेश व्हाट्सऐप और फेसबुक तक पहुंच गए. एसएमएस और व्हाट्सऐप से बधाई संदेश भेजने में यह सहूलियत होने लगी कि एकसाथ सैकड़ों लोगों को ये भेजे जा सकते हैं. एसएमएस के जरिए केवल टैक्सट यानी लिखे हुए मैसेज ही भेजे जा सकते हैं. व्हाट्सऐप में लिखे हुए मैसेज के साथ फोटो, वीडियो और वौयस मैसेज भी भेजे जाने की सुविधा मिल गई. यह एसएमएस से अधिक प्रभावी दिखने लगा. मल्टीमीडिया फोन के चलन में आने के बाद से एसएमएस लगभग पूरी तरह बंद हो गए. अब ज्यादातर व्हाट्सऐप के जरिए ही बधाई संदेशों को भेजा जाता है.
व्हाट्सऐप में कटपेस्ट कर के एक ही मैसेज, फोटो, बधाई संदेश या औडियोवीडियो संदेश कई दोस्तों को भेजे जा सकते हैं. व्हाट्सऐप में ब्रौडकास्ट और व्हाट्सऐप ग्रुप जैसे औप्शन मिलने लगे जिन के जरिए हर तरह के बधाई संदेश एकसाथ सैकड़ों लोगों को भेजे जाने लगे. समय के साथ बधाई संदेश देने का पुराना साधन पीछे छूटता गया. बधाई संदेश देने का नया साधन आगे बढ़ता गया. एसएमएस के जमाने में टैलीकौम कंपनियां होली, दीवाली, क्रिसमस और नए साल पर एसएमएस वाले अपने रैगुलर पैकेज बंद कर देती थीं क्योंकि वे कम बजट वाले होते थे. बधाई संदेश के लिए टैलीकौम कंपनियां ज्यादा पैसे वसूलने लगी थीं.
अपनेपन से दूर बधाई संदेश
मल्टीमीडिया फोन आने के बाद व्हाट्सऐप और फेसबुक बधाई संदेश देने के नए माध्यम बन गए. फेसबुक मैसेंजर और फेसबुक वाल पर बधाई संदेश का चलन बढ़ा तो सामान्य लिखे मैसेज वाले बधाई संदेश पुराने दिनों की बात हो कर रह गए. फेसबुक के साथ इंस्ट्राग्राम और ट्विटर भी बधाई संदेश देने के साधन बन गए हैं. आज के समय में व्हाट्सऐप ने बाकी बधाई संदेश देने के औप्शंस को सीमित कर दिया है. व्हाट्सऐप के बधाई संदेश लोगों को शुरुआत में बहुत पसंद आए पर बाद में ये बहुत औपचारिक से लगने लगे. बहुत ही जल्द व्हाट्सऐप के बधाई संदेश अपनेपन से दूर भी होने लगे.