सदियों से ही सजने-संवरने के लिए लड़कियां व महिलाएं मेहंदी का इस्तेमाल करती आ रही हैं. मगर आजकल वक्त और फैशन की लहर के संग मेहंदी में भी तरह-तरह के एक्सपैरीमैंट्स हो रहे हैं और वो सभी को भा भी रहे हैं. कैसा है रूप मेहंदी के इन नए बदलावों का. आइए जानते हैं फाउंडर औफ A.L.P.S ब्यूटी ग्रुप की डा. भारती तनेजा से... और आप इस तीज पर इन मेहंदी डिजाइन्स को जरूर ट्राई करें.
हरी मेहंदी - पारंपरिक हरी मेहंदी के डिजाइनों का आकर्षण तो सदाबहार है. हरी मेहंदी सिर्फ श्रृंगार ही नहीं बल्कि जीवन में प्यार व खुशियों का उपहार मानी जाती है. शुभता का प्रतीक होने के साथ-साथ ये ठंडक का एहसास भी देती है. हरी मेहंदी का रंग गहरा चढ़े, इसके लिए पेस्ट बनाते समय मेहंदी में कुछ बूंदें नींबू का रस, आठ-दस बूंदें मेहंदी का तेल और चुटकी भर कत्था भी मिला सकती हैं. फिर देखिए मेहंदी कैसे खिलकर खिलकर आती है.
मारवाड़ी मेहंदी - मारवाड़ी मेहंदी भी हरी मेहंदी का ही एक स्टाइल है. राजस्थानी व मारवाड़ी मेहंदी भी फैशन में है. इस स्टाइल की मेहंदी में बाजूओं पर भी कड़े के स्टाइल में डिजाइन बनाया जाता है. इसके अंतगर्त बेहद पतले कोन का इस्तेमाल किया जाता है और हाथों पर मेहंदी के डिजाइन को बहुत ही खूबसूरती से उकेरा जाता है. इसके विभिन्न प्रकार के डिजाइंस में शहनाई, ढोलक, बैंडबाजे, मोर जैसी कलाकृतियां शामिल होती हैं. इस मेहंदी की खासियत यह है कि ये दोनों हाथों में एक जैसी होती है जिस कारण इसे लगाना भी आसान नहीं होता.