आज की भागदौड़भरी जिंदगी में खानपान की अनदेखी किए जाने के चलते शरीर की सर्दी  झेलने की क्षमता कम हो जाती है. सो, सर्दी के मौसम में शरीर में दर्द होने की समस्या आम देखी जाती है. ऐसे में सभी, खासकर मांसपेशियों व जोड़ों के दर्द से परेशान लोगों, को पहले से सावधान हो जाना बेहतर है.

आप ने सर्दी के दिनों में लोगों को दर्द से कराहते देखा होगा. सर्दी के मौसम में शरीर में दर्द होने की समस्या आम बात है जो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है. इन दिनों दर्द की समस्या उन लोगों को भी हो जाती है जो कुछ समय पहले तक बिलकुल ठीक थे. उन युवाओं में भी सर्दी में यह समस्या सामान्य हो जाती है जो लंबे समय तक डैस्क जौब करने वाले या गलत तरीके से बैठने या चलने वाले होते हैं.

अस्पताल में कई रोगी शरीर में जकड़न और दर्द की शिकायत करते हैं. ऐसे रोगियों को डाक्टर के पास जाना पड़ता है. मौसम से जुड़ी यह समस्या गठिया के रोगियों, सालों दर्द से पीडि़त लोगों जिन की पहले सर्जरी हो चुकी हो और गलत जीवनशैली जी रहे लोगों में दिखाई देती है.

अभी तक दुनिया में जितने भी शोध हुए हैं उन में से किसी में भी मौसम के बदलाव के कारण होने वाले दर्द का संबंध स्थापित नहीं हो पाया है. लेकिन, इस को नजरअंदाज करना सही नहीं है. रूमेटोलौजी इंटरनैशनल जर्नल में 2017 में प्रकाशित एक रिपार्ट में इस मामले पर हुए 9 वैज्ञानिक अध्ययनों की समीक्षा की गई जिस में परिणाम निकला कि इस बात के पर्याप्त सुबूत नहीं हैं कि तापमान के बदलाव का आप के शरीर पर क्या सीधा असर पड़ता है. लेकिन, आप के लिए यह जानना जरूरी है कि कौन सी समस्या होने पर क्या करना है-

लंबे समय से चले आ रहे किसी भी दर्द को नजरअंदाज मत कीजिए.

सर्दी के शुरू होने से थोड़े ही दिन पहले आप की सर्जरी हुई है तो अपने डाक्टर से जरूर पूछें कि सर्दी में किस तरह आप को अपना खयाल रखना है.

जाड़े में दूसरे सभी मौसमों से कम शारीरिक गतिविधि होती है. सो, आप इन दिनों में भी अपनी दिनचर्या बनाए रखें.

अगर आप को पता है कि सर्दी में यह समस्या होगी ही, तो आप पहले से ही उस बाबत तैयारी कर लें.

हम सब ने बैरोमैट्रिक दबाव के बारे में जरूर पढ़ा होगा. सर्दी में बैरोमैट्रिक का दबाव गिरता है जिस के कारण नसों, मांसपेशियों और आसपास की जगहों पर दबाव पड़ता है व दर्द महसूस होता है. सर्दी के मौसम में जोड़ों के बीच में शौक एब्जौर्बर का काम करने वाला सिनोवियन तरल पदार्थ अधिक चिपचिपा हो सकता है और आसानी से नहीं बह पाता, जिस के परिणामस्वरूप जोड़ों में दर्द होता है.

सर्दी के मौसम में होने वाले दर्द से मुकाबला करने के लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा. इस के लिए इन बातों पर ध्यान देना जरूरी है :

लंबा नहीं, पर थोड़ा व्यायाम जरूरी है. ठंड की अकड़न से बचने के लिए सर्दी आने से पहले से ही व्यायाम करने लगें.

अगर आप लंबे समय तक बैठने का काम करते हैं तो अपनेआप को थोड़ा आराम देते रहें. यह जरूरी है कि बीचबीच में आप उठ कर टहलें या औफिस का एक चक्कर ही लगा आएं.

जब प्यास लगे तब तो जरूर पानी पिएं लेकिन उस के अलावा भी बीचबीच में पानी पीते रहें.

प्रोटीन और कैल्शियम का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना भी जरूरी है. सर्दी में मिलने वाले सागसब्जी, मटर, गाजर, बंदगोभी और शिमलामिर्च को अपने भोजन व सलाद में जरूर शामिल करें.

अगर आप की हाल में सर्जरी हुई है तो डाक्टर की सलाह का पूरा पालन करें. दवाओं का सेवन करते रहें और हलकेफुलके व्यायाम जारी रखें.

महिलाएं खासकर अपना ध्यान रखें, क्योंकि अगर आप स्वस्थ रहेंगी तो आप का परिवार भी स्वस्थ रहेगा.

महिलाओं को सर्दी के मौसम में अकसर दर्द की शिकायत होती है, इसलिए मांसपेशियों का ध्यान जरूर रखें. ज्यादा समय तक घर के अंदर रहना भी घातक है, क्योंकि आप के शरीर को पर्याप्त धूप नहीं मिल पाती. धूप से मिलने वाले विटामिन की आपूर्ति कहीं और से नहीं हो सकती.

अपने जोड़ों, खासकर, अपने घुटनों पर तनाव को कम करने के लिए सही वजन बनाए रखना बेहद महत्त्वपूर्ण है. अपने वजन को ले कर विचार करना जरूरी है क्योंकि वजन सही, तो सब सही. आप के शरीर का पूरा दबाव आप के पैरों पर पड़ता है और जितना ज्यादा आप का वजन, उतना ज्यादा आप के पैरों पर दबाव पड़ेगा. अपने वजन को अपनी लंबाई के अनुसार बनाए रखना जरूरी है. कई जगहों पर आसानी से चार्ट मिल जाता है, जहां पर आप यह अंदाजा लगा सकते हैं कि आप की हाइट के अनुसार आप का वजन कितना होना चाहिए.

अपने शरीर को सर्दी के मौसम के लिए तैयार करना बेहद जरूरी है क्योंकि काम के सिलसिले में आप को घरबाहर आनाजाना पड़ता है जहां तापमान का अंतर होता है. आप का शरीर तापमान में होने वाले बदलाव के अनुरूप बदलता है. उठें, चलें और घर के अंदर व बाहर सक्रिय रहें. बाहर निकलने से पहले अपने शरीर को पूरी तरह से ढक कर रखें. कोशिश करें कि तापमान में बदलाव का ज्यादा असर न पड़े. आप जितना सक्रिय रहेंगे, ठंड से लड़ने में आप को उतनी ही सहायता मिलेगी.

रजाई में छिपना बंद करें और सर्दी के मौसम का भरपूर आनंद लें. रात में अच्छी नींद लें. सेहतमंद व संतुलित आहार का सेवन करें. सकारात्मक सोच रखें. आज के काम को कल पर न टालें. सर्दी के दिनों में बढ़ा वजन स्वेटर के पीछे छिप जाता है और सर्दी खत्म होने के बाद लोगों को अपना वजन बढ़ाबढ़ा सा लगता है. अगर आप सर्दी का आनंद वैसे ही लेंगे जैसे आप दूसरे मौसमों का लेते हैं, तो सर्दी के दिन आप को मजेदार लगेंगे.

(लेखक फ्लाइट लैफ्टिनैंट राजन ढल फोर्टिस अस्पताल, वसंत कुंज, दिल्ली में हड्डी रोग विशेषज्ञ हैं.)   

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