झड़ते बाल, हड्डियों में दर्द, ब्लडप्रैशर में उतारचढ़ाव, थकावट, बेचैनी, अवसाद, ये सभी बढ़ती उम्र की निशानियां हैं, जिन का सामना हर महिला को करना ही पड़ता है. मगर गंभीर बात यह है कि अब ये सारी समस्याएं वक्त से पहले ही महिलाओं को घेर रही हैं.

इस का कारण बताते हुए मैक्स हैल्थ केयर की सीनियर काउंसलर एवं न्यूट्रिशनिस्ट डाक्टर मंजरी कहती हैं, ‘‘गांवों की अपेक्षा शहर की महिलाओं को ये बीमारियां अधिक होती हैं. इस के 2 कारण हैं. पहला यह कि शहर की महिलाओं में शारीरिक गतिविधियां न के बराबर होती हैं और दूसरा यह कि गांव से शहर तक पहुंचतेपहुंचते अनाज और फल इतनी तकनीकों से गुजर चुके होते हैं कि वे अपनी प्राकृतिक गुणवत्ता खो बैठते हैं. उदाहरण के तौर पर पोषक तत्त्व अनाज की ब्रान में होते हैं, मगर खूबसूरत दिखाने के लिए इन्हें इतना रिफाइन कर दिया जाता है कि ये अपनी सारी गुणवत्ता खो देते हैं.’’

जाहिर है, ऐसे में महिलाएं कितनी ही डाइट प्लान के मुताबिक चलें, पर जिन पोषक तत्त्वों की उन्हें जरूरत होती है वे उन के शरीर में नहीं पहुंच पाते. मगर महिलाओं की इस समस्या को दूर करने के लिए बाजार में ऐसे हैल्थ सप्लिमैंट्स मौजूद हैं, जो महिलाओं को वे सारे पोषक तत्त्व दे सकते हैं, जो उन्हें साधारण आहार से नहीं मिल पाते.

इस बाबत डा. मंजरी कहती हैं, ‘‘महिलाओं को कैल्सियम, विटामिन, प्रोटीन के अलावा कुछ माइक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम और कौपर की भी जरूरत होती है. फलों और अनाज दोनों में ही इन के बहुत कम स्रोत उपलब्ध हैं. इसलिए इन की भरपाई हैल्थ सप्लिमैंट्स से की जा सकती है.’’

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