Gym Anxiety :आज लता ने जैसे ही दो मिनट का व्यायाम किया, उस के दिल की धड़कन तेज हो गई. उस का जी घबराने लगा. उस ने झट अपने चिकित्सक को फोन किया. बगैर विलंब उन के पास गई. लता की जांच की गई. उस का मधुमेह बढ़ रहा था. रक्तचाप भी. चिकित्सीय सलाह से उस ने भारी कसरत तुरंत बंद कर दी. अब वह सरल व्यायाम व टहलने को ही प्राथमिकता देती है.

आप ने गौर किया होगा कि बहुत बार ऐसा होता है कि आप अगर हलकाफुलका भी व्यायाम कर रहे हों, यहां तक कि पैदल चल रहे हों या साइकिल चला रहे हों, तब भी शरीर में अचानक ही बेचैनी होना तथा घबराहट लगना एक आम बात सी होने लगती है. बेचैनी और घबराहट ऐसी प्रक्रिया है जिस में शरीर अपने आंतरिक अंगों को नियंत्रित करता है, यानी, कुछ देर की बेचैनी, अचानक पसीना सा आना एक तरह से शरीर के ठंडा होने की एक प्रक्रिया है. बहुत बार कड़ा व्यायाम करने पर शरीर का अंदरूनी तापमान बढ़ जाता है, जिस से त्वचा पर मौजूद हमारे पसीने की ग्रंथियां पसीना छोड़ती हैं. बाहरी तापमान में बदलाव के साथ ही भावनात्मक स्थिति जैसे कारक पसीना आने, घबराहट, बेचैनी का कारण बन सकते हैं.

वहीं, कई मामलों में सामने आया कि यह हालत 10 मिनट से अधिक होने के बड़े स्वास्थ्य संबंधी नुकसान हो सकते हैं. ऐसे में सचेत हो जाना चाहिए. हमारा शरीर यह संकेत भेज रहा होता है कि इसे देखभाल की जरूरत है. ऐसी हालत में जो भी कसरत कर रहे हैं उसे टाल देना चाहिए.

हालांकि कुछ लोगों को जैविक कारकों के कारण दूसरों की तुलना में ज्यादा घबराहट होती है, बेचैनी छाने लगती है और पसीना भी आता है. जिन्हें पसीना कम आता है उन के शरीर में पानी की कमी होती है. लेकिन ज्यादा आना भी सेहत के लिए तो हानिकारक नहीं है. इस से शरीर से ज्यादा तरल पदार्थ निकलता है, इसलिए किसी भी कसरत या व्यायाम से पहले पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए.

शरीर में घबराहट महसूस होने और पसीना आने वाले भागों में मुख्यतौर पर बगलें, मुंह, हथेलियां और पैरों के तले शामिल हैं. ऐक्सरसाइज के दौरान ज्यादा पसीना आने से ब्यूटी व गंध आदि से संबंधित कई समस्याएं हो सकती हैं. अकसर व्यायाम करते समय मौइश्चराइजिंग क्रीम या सनस्क्रीम बह जाती है और वह आंखों में आने लगती है. इस वजह से भी बेचैनी, जलन और घबराहट होती है. इस के लिए जरूरी है कि वर्कआउट से पहले क्रीम की हलकी परत लगाएं. वहीं माथे पर कौटन के कपड़े से बना स्वैट बैंड आप के पसीने को आंखों में आने से रोकता है.

ऐक्सरसाइज करते समय अकसर होंठ सूखने लगते हैं, जो शरीर में पानी की कमी की ओर इशारा करते हैं. इस के लिए दिनभर में कम से कम 8 गिलास पानी तो पीना ही चाहिए. इस से स्वाभाविक है पसीना भी खूब आएगा. ऐक्सरसाइज करते समय सांस चढ़ने से मुंह के बजाय सांस नाक से ही लेनी चाहिए और होंठों पर बारबार जीभ नहीं फिरानी चाहिए क्योंकि मुंह की लार में मौजूद एंजाइम्स से होंठ जल्दी सूखने लगते हैं. ऐसे में बेहतर है कि ऐक्सरसाइज आदि करने से पहले अच्छी क्वालिटी की लिपबाम लगाई जाए. पुरुष भी कोई नया इत्र, डिऔडरैंट या परफ्यूम लगा कर व्यायाम कर रहे होते हैं. उस कारण भी घबराहट और बेचैनी होने लगती है.

 

 

ऐक्सरसाइज के दौरान घबराहट से कुछ लोगों को हलका बुखार भी हो जाता है. मगर वे किसी की बातों मे आ कर अपना व्यायाम चालू रखते हैं. यह घातक है. हम अपने चिकित्सक कभी भी खुद न बनें. इसलिए इस संबंध में चिकित्सीय परामर्श के बगैर आगे कोई दबाव वाला व्यायाम नहीं करना चाहिए.

 

कुछ लोगों को पसीना कम आता है, यह बात तो स्वाभाविक है. लेकिन यदि आप को घबराहट और बेचैनी के बाद भी चलनाफिरना तथा टहलना सुकून दे रहा है तो यह फिक्र की कोई बात नहीं है. मगर इस तरफ से लापरवाह होना नुकसानदायक है. कहने का तात्पर्य यह है कि कोई भी भारी व्यायाम और भागने वाली कसरत अपने मन से आरंभ नहीं करनी चाहिए.

 

यह आप के स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है. शरीर है तो सब है. शरीर की भाषा को समझना चाहिए, जैसे तापमान का अचानक बढ़ जाना, माथे पर पसीना छलक उठना, कुछ घबराहट सी होना, बोलने में भारीपन लगना वगैरह. ऐसी स्थिति में कोई भी कसरत न करना समझदारी की निशानी है.

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