* पेट की गैस, एसिडिटी, छाती की जलन में नियमित रूप से खीरा खाना लाभप्रद होता है
* जो लोग मोटापे से परेशान रहते हैं उन्हें सवेरे इसका सेवन करना चाहिए. इससे वे पूरे दिन अपने आपको फ्रेश महसूस करेंगे. खीरा हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है.
* खीरे को भोजन में सलाद के रूप में अवश्य लेना चाहिए. नमक, काली मिर्च व नींबू डालकर खाने से भोजन आसानी से पचता है व भूख भी बढ़ती है.
* कील मुंहासों, धब्बों व झाइयों पर खीरे का रस लगाना लाभप्रद होता है.
* यदि आंखों के नीचे काले घेरे बन गए हैं तो खीरे के गोल-गोल टुकड़े काट कर आंखों पर रखें. इससे आंखों को भी ठंडक मिलेगी व कालापन भी दूर होगा. खीरे के रस में दूध, शहद व नींबू मिलाकर चेहरे व हाथ पैर पर लगाने से त्वचा मुलायम व कांतिवान हो जाती है.
* खीरे में विटामिन बी और कार्बोहाइड्रेट होता है, जो तुरंत एनर्जी देता है. यह फैट्स कम करता है. साथ ही यह सिरदर्द भगाने और मुंह की दुर्र्गंध दूर करने में भी काम आता है. इसे खाना डायबिटीज, किडनी, लीवर आदि की बीमारियों में भी लाभदायक है.
* भोजन के साथ ही खीरा अन्य कार्र्यों में भी उपयोगी है. इससे आप स्टील के बर्तनों पर पड़े पुराने दाग मिटा सकते हैं. साथ ही यह कपड़ों से पेन के दाग मिटाने के काम भी आता है.
* खीरे की तासीर ठंडी होती है. यह त्वचा के लिए काफी लाभदायक होता है. इसका रस चेहरे पर लगाने से चमक आती है. इसमें फाइटो केमिकल होता है, जिससे झुर्रियां कम होती हैं.
* खीरे में विटामिन बी, फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम, फासफोरस, मिनरल और जिंक जैसे कई तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर के पोषण के लिए महत्वपूर्ण होते हैं.
* आयुर्वेद के अनुसार खीरा स्वादिष्ट, शीतल, प्यास, दाहपित्त तथा रक्तपित्त दूर करने वाला रक्त विकार नाशक है.
* आप यदि उदर विकार से परेशान हैं तो दही में खीरे को कसकर उसमें पुदीना, काला नमक, काली मिर्च, जीरा व हींग डालकर रायता बनाकर खाएं. आराम मिलेगा.
* घुटनों के दर्द को भी दूर भगाता है खीरे का सेवन. घुटनों के दर्द वाले व्यक्ति को खीरे अधिक खाने चाहिए तथा साथ में एक लहसुन की कली भी खा लेनी चाहिए.
* पथरी के रोगी को खीरे का रस दिन में दो-तीन बार जरूर पीना चाहिए. इससे पेशाब में होने वाली जलन व रूकावट दूर होती है.
* खीरे के रस में नींबू मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के रंग में निखार आता है.
सावधानियां बरतें :-
खीरे का उपयोग करते समय कुछ सावधानियां भी बरतें…
* खीरा कभी भी बासी न खाएं.
* जब भी खीरा खरीदें यह जरूर देख लें कि वह कहीं से गला हुआ न हो.
* खीरे का सेवन रात में न करें. जहां तक हो सके, दिन में ही इसे खाएं.
* खीरे के सेवन के तुरंत बाद पानी न पिएं खीरा बहुत गुणकारी है, यह तो सभी जानते हैं. फिर भी खीरे के कई गुण हैं, जिनसे हम अनजान हैं.
खीरा एक है गुणकारी अनेक !
गर्मियों के दिनी में खीर का अपना ही महत्त्व है, यह बाजार में सर्वत्र मिलता है. खीरे का सेवन भारत में उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक किया जाता है. खीरा देश के हर भाग में उपलब्ध है. पहाड़ों में इसका आकार बड़ा होता है. खीरा सुपाच्य, शीतल व तरावट से भरपूर होता है. खीरे की तासीर ठंडी होती है.खीरा व ककड़ी एक ही प्रजाति के फल हैं.
खीरे में विटामिन बी व सी, पोटेशियम, फास्फोरस, आयरन आदि विद्यमान होते हैं. खीरा कब्ज से मुक्ति दिलता है. खीरे में जल का अंश बहुत अधिक मात्रा में होता है इसलिए बार-बार प्यास लगने पर इसका सेवन हमें प्यास में राहत पहुंचाता है.
आइये जानते है खीरे के बारे में कुछ अहम बातें…
* सेहत के लिए फायदेमंद रसायनों का मिश्रण है खीरा –
खीरे में विटामिन बी, बी-2, बी-3, बी-5, बी-6, सी, फोलिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, मैगनीशियम, फासफोरस, मिनरल और जिंक जैसे न जाने कितने ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे शरीर को जरूरी पोषण देते हैं. इसमें कैलोरी भी बहुत कम होती है. ऑफिस में शाम को भूख लगने पर इससे भूख मिटाई जा सकती है.
* हर मौसम में उगाया जाता है –
यह हर प्रकार की भूमियों में जिनमें जल निकास का उचित प्रबन्ध हो,उगाया जाता है. इसकी खेती हल्की अम्लीय भूमियों जिनका पी.एच. 6-7 के मध्य हो, में की जा सकती है. अच्छी उपज हेतु जीवांश पदार्थयुक्त दोमट भूमि सर्वोत्तम होती है. इसकी फसल जायद तथा वर्षा में ली जाती है. अत: उच्च तापक्रम में अच्छी वृद्धि होती है , यह पाले को नहीं सहन कर पाता, इसलिए इसको पाले से बचाकर रखना चाहिए.