उत्तर भारत में जिस तरह से आमपना का चलन है, उसी तरह से गुजरात में कैरी शरबत का चलन है. शहरों में इसे फर्याली मैंगो शरबत के नाम से भी जानते हैं. आम सब का पसंदीदा फल है, इसलिए इस से तैयार हर चीज को लोग खूब पंसद करते हैं. कैरी शरबत को एक बार बना कर रख लिया जाता है, फिर जरूरत पड़ने पर इसे पानी और बर्फ के टुकड़ों के साथ मिला कर पीने में इस्तेमाल किया जाता है. गरमियों में यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है और लू से भी बचाता है.
कैरी शरबत में आम के साथ पुदीना और गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है. आम और पुदीना मिलने से यह शरबत सेहत के लिए बहुत उपयोगी हो जाता है. आम पाचनशक्ति को बढ़ाता है, कब्ज को ठीक करता है और खून को साफ रखने में भी मदद करता है. वहीं पुदीना गैस और अपच जैसी परेशानियों को दूर करता है. यह त्वचा को सुंदर और चमकदार बनाता है.
गुड़ भी बहुत गुणकारी होता है. यह कब्ज ठीक करता है और लीवर को साफ करने में मदद करता है. एनीमिया के मरीजों के लिए गुड़ बहुत लाभकारी होता है. यह शरबत स्वादिष्ठ होने के अलावा सेहत के लिए भी बहुत कारगर होता है.
कैरी शरबत की सामग्री
- 500 ग्राम कच्चे आम,
- 1 मुठ्ठी पुदीना के पत्ते,
- 1 इंच अदरक का टुकडा,
- 8 से 9 टेबलस्पून गुड़ का चूरा,
- 1 छोटा चम्मच भुना जीरा,
- आधा चम्मच काला नमक,
- आधा छोटा चम्मच सफेद नमक और उस के साथ 1 कप पानी.
बनाने की विधि
कैरी यानी कच्चे आमों को छील कर बारीक काट लें और कुकर में 1 कप पानी के साथ डाल कर उबाल लें. उबालते समय ही उस में अदरक भी डाल दें. जब उबली कैरियां ठंडी हो जाएं, तो उन को मिक्सी में पुदीनेके पत्तों के साथ डाल कर पीस लें. अब इस मिश्रण को एक पैन में डालें और गैस पर चढ़ा लें. इस में पिसा हुआ गुड़ और बाकी मसाले भी डाल दें. हलकी आंच पर गुड़ के पिघलने तक इसे पकाएं और फिर गैस को बंद कर दें. इस मिश्रण कोे कांच के बरतन में या बोतल में भर कर रखें. जब शरबत पीने का मन हो तो तब 1 चौथाई शरबत में 3 चौथाई पानी और बर्फ डालें. इसे पुदीने की पत्तियों से सजा कर पीने के लिए पेश करें.