रात के डेढ़ बजे का समय था. अचानक कमरे में गोली चलने की आवाज से प्रीति की आंखें खुल
गईं. उस ने बिस्तर से उठ कर तेजी से कमरे की लाइट जलाई. देखा कि मोहल्ले का ही युवक स्वप्निल छत से कूद कर भाग रहा था. जबकि गली में अंकित खड़ा था. बिस्तर पर प्रीति का पति सुमेर सिंह उर्फ बौबी के सिर से खून बह रहा था.इस दौरान प्रीति द्वारा शोर मचाए जाने पर मोहल्ले के कुछ लोग अपने घरों से निकल कर बौबी के घर के बाहर जमा हो गए.
घटना की जानकारी होते ही लोगों ने पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही थाना शाहगंज के एसएचओ जसवीर सिंह सिरोही मय पुलिस टीम के घटनास्थल पर पहुंच गए. पुलिस बौबी को एस.एन. मैडिकल कालेज ले कर पहुंची, जहां उस की मौत हो गई. आरोपी युवक की भागते समय कैप और बेल्ट गली में ही गिर गई थी. यह बात 27 अगस्त, 2022 की है.यह घटना आगरा के थाना शाहगंज के प्रकाश नगर में आधी रात के बाद घटित हुई थी. यहां रहने वाले 28 वर्षीय टेंट हाउस के मालिक बौबी की रात के समय गोली मार कर हत्या कर दी गई थी. जिस कमरे में गोली मारी गई, उस में पत्नी प्रीति व उस के 3 बच्चे भी सो रहे थे.
अस्पताल से पति की मौत की खबर आते ही घर में कोहराम मच गया. इस घटना से मोहल्ले में सनसनी फैल गई. पुलिस ने मौके की काररवाई निपटाने के बाद अस्पताल से ही शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया.प्रीति ने पड़ोस के 2 युवकों पर पति की हत्या करने का आरोप लगाया. इस संबंध में बताया कि 3 महीने पहले उस के पति का पड़ोसी युवक स्वप्निल उर्फ शिवालिन से झगड़ा हो गया था. शराब के नशे में युवक ने बदतमीजी कर दी थी, इस पर पति से उस की हाथापाई हो गई.
तब शिवालिन ने बौबी को चांटा मार दिया था. इस के साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी. हत्या के पीछे यही वजह पुलिस को बताई गई.इस संबंध में थाना शाहगंज में दोनों युवकों स्वप्निल उर्फ शिवालिन व अंकित के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई. इस के बाद पुलिस नामजदों की गिरफ्तारी के लिए उन की तलाश में जुट गई. लेकिन दोनों ही घर पर नहीं मिले.
सुमेर सिंह उर्फ बौबी मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ के हरदुआगंज स्थित गांव शिल्ला का रहने वाला था. वह 12 साल से प्रकाश नगर में किराए के मकान में पत्नी प्रीति, 2 बेटियों और बेटे के साथ रह रहा था.घर वालों के अनुसार बौबी पहले जूता कारखाने में काम करता था. कुछ महीने पहले ही उस ने टेंट का काम शुरू किया था, जो अच्छा चल रहा था. उस का कमरा मकान की दूसरी मंजिल पर था.
घटना की जानकारी होते ही गांव शिल्ला से भी परिजन आगरा आ गए. शाम लगभग 4 बजे पोस्टमार्टम के बाद बौबी का शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजन शव को रामनगर पुलिया पर ले आए. उन्होंने शव को सड़क पर रख कर जाम लगा दिया.उन की मांग थी कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए. इस के साथ ही मृतक के घर वालों को मुआवजा दिया जाए. मृतक की पत्नी प्रीति अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठ गई. उस का रोरो कर बुरा हाल था.
जाम की सूचना पर थाने से पुलिस फोर्स पहुंच गई. पुलिस ने लोगों को समझाने व वहां से हटाने का प्रयास किया. इस पर लोग भड़क गए और पुलिस के साथ खींचतान होने लगी. एक घंटे बाद जब लोग नहीं माने तो पुलिस ने लाठियां फटकार कर सभी को हटाया. इस के बाद ही परिजन शव को ले कर अंतिम संस्कार के लिए गांव चले गए थे.
पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली कि दबंग स्वप्निल और उस का भाई अंकित अपने चाचा दिनेश के साथ रंगबाजी करते हैं. इस में उन के दोस्त रोहित, गौरव और पवन भी साथ देते हैं. पूर्व में एक गार्ड ने अंकित का मारपीट करते हुए वीडियो बना लिया था. वीडियो डिलीट न करने पर उस ने गार्ड की गोली मार कर हत्या कर दी थी. इस के अलावा उस पर कई और मुकदमे भी दर्ज हैं.
6 महीने पहले उस ने सोनू नाम के युवक के पैर में गोली मार दी थी. समाज की पंचायत के बाद मामले में सुलहनामा हो गया था. 3 महीने पहले बाइक टकराने पर सुमेर उर्फ बौबी से शिवालिन की हाथापाई हुई थी. तब दबंगों ने पूरे मोहल्ले के सामने 6 महीने के अंदर हत्या का ऐलान किया था.टेंट व्यवसायी बौबी की सिर में गोली मार कर हत्या की गुत्थी को पुलिस सुलझाने में लगी रही. हत्यारोपी किस रास्ते से घर में घुसा और कहां से भागा, इस का पता करने के लिए 29 अगस्त, 2022 को पुलिस टीम गली में फिर गई. मगर घर में बिना दरवाजा खोले अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं मिला.
जबकि पत्नी प्रीति दावा कर रही थी कि नामजद एक आरोपी घर में आया था. पति को गोली मार कर भागते समय उसे व उस के भाई अंकित को गली में खड़ा देखा था. 2 दिनों तक पुलिस हत्यारोपी का पता लगाने में लगी रही.पुलिस ने मामले की गहनता से जांच शुरू की और नामजद आरोपियों में से स्वप्निल उर्फ शिवालिन को हिरासत में ले कर पूछताछ की. पुलिस की सख्ती के बाद भी युवक ने हत्या में शामिल नहीं होने की बात कही. सर्विलांस में भी युवक की लोकेशन घर पर मिली थी.
घटना वाली रात में घर पर न मिलने की बात पर उस ने बताया कि जब मोहल्ले में यह बात फैली कि हत्या मैं ने व भाई अंकित ने की है तो हम लोग डर गए और झूठे मामले में पकड़े जाने के डर से घर से भाग गए. इस के बाद पुलिस ने दोबारा से घटनास्थल का मुआयना करने का
फैसला लिया.पुलिस ने देखा कि घर की छत पर कोई भी व्यक्ति बाहर से चढ़ कर या कहीं से फांद कर नहीं आ सकता. मकान में नीचे वाला मुख्य गेट खोल कर ही कोई व्यक्ति छत पर आ सकता था. इस का मतलब था कि नीचे का दरवाजा जानबूझ कर खुला छोड़ा गया था या हत्यारे के लिए खोला गया था. तभी हत्यारा सीढि़यां चढ़ कर छत पर पहुंचा था. इस पर पुलिस का शक गहरा गया.
आसपास के लोगों से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के आधार पर पुलिस को पुख्ता सबूत मिले. पुलिस को मुखबिर से जानकारी मिली कि टेंट व्यवसायी बौबी के अंतिम संस्कार में उस का सगा छोटा भाई धीरज शामिल नहीं हुआ था. इस पर पुलिस का माथा ठनका. उसे लगा कि जरूर दाल में कुछ काला है.पुलिस गांव शिल्ला पहुंची और घर वालों से पूछताछ की. उन्होंने बताया कि धीरज नौकरी के सिलसिले में गुरुग्राम जाने को कह कर 26 अगस्त को घर से गया था. उस ने बताया कि रास्ते में उस का एक्सीडेंट हो गया था. इसी के चलते धीरज अपने भाई बौबी के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका था.
जांच में धीरज की लोकेशन घटना वाले दिन आगरा में मिली. इस से पुलिस को पूरा शक हो गया. मोहल्ले और बस स्टैंड के सीसीटीवी फुटेज में धीरज दिखाई भी दिया.
बस के कंडक्टर और ईरिक्शा चालक ने उसे पहचान लिया. पुलिस से बचने के लिए शातिर धीरज ने जींस टीशर्ट के ऊपर कुरतापायजामा पहन लिया था. लेकिन हत्या के समय वह जींस और टीशर्ट ही पहने था.
धीरज से जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह ठीक से जवाब भी नहीं दे पाया. धीरज के दोनों पैरों पर ताजा प्लास्टर चढ़ा था. उस ने पुलिस को गुमराह करने की काफी कोशिश की, लेकिन पुलिस के आगे उस की एक न चली.
आखिर में धीरज टूट गया उस ने भाई बौबी की हत्या का जुर्म कुबूल करते हुए हत्या में अपनी भाभी प्रीति के भी शामिल होने की बात बताई. धीरज व मृतक बौबी की पत्नी प्रीति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
धीरज की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा व खोखा भी बरामद कर लिया. पुलिस ने प्रीति और धीरज के मोबाइल भी अपने कब्जे में ले लिए.इस सनसनीखेज हत्याकांड में जो कहानी सामने आई, वह देवरभाभी के बीच अवैध संबंधों की निकली.
शादी के समय प्रीति और बौबी की उम्र में 6 साल का अंतर था. प्रकाश नगर में देवर धीरज अकसर आता था. हमउम्र देवर धीरज जब भी आता, भाभी प्रीति से तरहतरह की चीजें बनाने की फरमाइश करता. प्रीति भी देवर की पसंद का बहुत खयाल रखती.दोनों बैठ कर खूब हंसीठिठोली करते थे. इस दौरान दोनों के बीच प्यार पनपने लगा. अब जब भी धीरज आता, भाभी के लिए कोई न कोई गिफ्ट ले कर आता. इस तरह दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा था.
प्रीति बीचबीच में अपनी ससुराल शिल्ला भी बच्चों को ले कर घूम आती थी. देवर और भाभी के बीच क्या खिचड़ी पक रही है, इस से पति बौबी पूरी तरह अनजान था. एक दिन जब धीरज आगरा आया, उस की शर्ट का बटन टूट गया. उस ने भाभी से बटन टांकने को कहा. जब प्रीति बटन टांक रही थी, धीरज ने उसे बाहों के घेरे में कस लिया.‘‘छोड़ो भी, कोई देख लेगा तो क्या कहेगा?’’‘‘भाभी, कोई कुछ नहीं कहेगा.’’
प्रीति अपने को छुड़ा कर उस से दूर हो गई. उस दिन धीरज कुछ देर रुकने के बाद चला गया.
कुछ दिनों बाद जब धीरज आया तो प्रीति ने उस का मुसकरा कर स्वागत किया. धीरज ने भाभी की नजरों को पहचान लिया. वह आगे बढ़ा और प्रीति के नजदीक आ गया. प्रीति भी उस के इरादे
पहचान गई.
प्रीति की कामनाएं सुलग उठीं. धीरज के शरीर में भी उत्साह का ज्वार आ गया. प्रीति धीरज के प्यार की आग में जलती, तब बड़े प्यार से धीरज की मासूमियत पानी डाल कर उसे ठंडा कर देती थी. 2 साल से दोनों के बीच प्यार की आंखमिचौली का खेल चल रहा था.एक दिन बौबी ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया. वह खून का घूंट पी कर रह गया. उस ने पत्नी को डांटने के साथ ही धीरज को चेतावनी देते हुए उसे घर न आने की हिदायत दी. इस के बाद भी धीरज और प्रीति के बीच मोबाइल पर बातचीत का सिलसिला जारी रहा.
जब भी बौबी कामधंधे की वजह से शहर से बाहर जाता, वह एक दिन पहले ही फोन कर धीरज को बता देती. फिर धीरज अलीगढ़ से बस पकड़ कर आ जाता और दोनों एकदूसरे के प्यार में पूरी तरह से डूब जाते. अब दोनों मिलने में बहुत होशियारी बरतते थे. पता नहीं कब बौबी घर आ जाए और वे रंगेहाथों पकड़े जाएं.
घटना से कुछ दिन पहले जब धीरज प्रीति के बुलाने पर घर आया तो प्रीति ने धीरज से कहा, ‘‘धीरज, ऐसे कब तक हम लोग चोरीचोरी मिलते रहेंगे. रास्ते की दीवार को हमें हटा देना चाहिए. हमें इस से अच्छा मौका नहीं मिलेगा. बौबी की मौत के बाद सब कुछ भी तुम्हारा हो जाएगा और मैं भी.’’तब दोनों ने साथ रहने और प्रौपर्टी पर कब्जा करने के उद्देश्य से भाई बौबी की हत्या की साजिश रची.
मृतक सुमेर उर्फ बौबी की हत्या के मामले में उस की पत्नी प्रीति पुलिस को शुरुआत से ही गुमराह करती रही. इसी के चलते प्रीति ने पड़ोस के 2 युवकों, जिन से 3 माह पहले विवाद हुआ था, के खिलाफ पति की हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी.आरोपियों की गिरफ्तारी को ले कर उस ने बच्चों के साथ सड़क पर धरना भी दिया. लेकिन सीसीटीवी कैमरों की तेज नजरों से प्रीति और प्रेमी देवर धीरज की कारगुजारी छिप नहीं सकी.
भाभी के प्रेम में पड़ कर धीरज सगे रिश्ते को भी भूल गया. भाभी को अपना बना लेने की चाह में वह बड़े भाई बौबी का कातिल बन गया. भाई की हत्या के लिए वह 26 अगस्त, 2022 को बस से आगरा आया. वह दिनभर इधरउधर धूमता रहा.भाभी प्रीति ने उस से कहा था कि वह रात को एक बजे नीचे का गेट खोल देगी. योजना के अनुसार, तय समय रात एक बजे उस ने दरवाजा खोल दिया. धीरज तमंचा ले कर आया था और गेट खुला होने पर अंदर आ गया.जीना चढ़ कर वह छत पर पहुंचा. उस समय कमरे में बच्चे और बौबी गहरी नींद में सोए हुए थे. धीरज ने कमरे में जा कर भाई के सिर में गोली मार दी.
गोली चलने की आवाज सुन कर मोहल्ले के लोग जाग गए. इस पर धीरज डिश की केबल से अपनी बेल्ट बांध कर छत से कूदा. डिश केबल टूट जाने से उस के दोनों पैरों की हड्डियां टूट गईं. वह घिसटता हुआ वहां से किसी तरह भाग निकला.धीरज ने हमीद नगर पहुंच कर तमंचा और खोखा छिपा दिया. भाभी प्रीति को फोन कर उस ने भाई की मौत हो जाने की बात बताई. इस के बाद ईरिक्शा से वह बस स्टैंड पहुंचा और बस से अलीगढ़चला गया.अलीगढ़ पहुंच कर उस ने अपना इलाज कराया. दोनों पैरों की हड्डियां टूट जाने से उसे प्लास्टर कराना पड़ा. गली में जो बेल्ट और कैप मिला था, वह धीरज के ही थे, जो केबल टूटने पर गली में गिर गए थे. पुलिस ने हत्याकांड का परदाफाश कर आरोपी देवरभाभी को जेल भेज दिया.
प्रीति गिरफ्तारी के बाद अपने तीनों मासूम बच्चों का जीवन खराब होने की बात कह कर खूब रो रही थी. उस के घडि़याली आंसू देख मोहल्ले के लोगों का दिल भी पसीज गया कि अब उस के छोटे बच्चों को या तो वह अपने साथ जेल ले जाएगी या किसी रिश्तेदार के पास रहेंगे. मृतक बौबी का सालों की मेहनत से जमाया गया कारोबार भी पत्नी प्रीति के इश्क की भेंट चढ़ कर अब खत्म हो गया.प्रीति ने पति की हत्या में स्वप्निल उर्फ शिवानिल और अंकित नाम के जिन युवकों को नामजद किया था, पुलिस की जांच में वे दोनों बेकुसूर निकले. पुलिस द्वारा उन्हें क्लीन चिट दे दी गई.
कहते हैं कि बुरे काम का बुरा नतीजा होता है. देवर और भाभी के नाजायज रिश्ते के चलते हत्या जैसा जघन्य अपराध कर प्रीति ने जहां अपना सुहाग उजाड़ा, वहीं 3 बच्चों से उन का बचपन भी छीन लिया.द्य
—कथा पुलिस सूत्रों पर आधारित