क्या आप अकेले है? मुझसे दोस्ती करोगे ? इस तरह के प्रश्न आपके लिए भारी पड़ सकता है. जी हां अगर आपका उत्तर हां होता है, आप चंद लोगों से दोस्ती कर अपने अकेलेपन और गम को बाटना चाहते हैं, तो यह सब आप पर भारी पड़ सकता है. जरा सोच समझ कर जवाब दीजियेगा हो सकता है ,एक जिज्ञासा आपको परेशान करने के लिए काफी हो सकता है. जी हां यह सच है. कई अखबारों के विज्ञापन में,साइबर दुनिया के कई साइडों पर लगे विज्ञापन एवं आपके मोबाइल पर आया कोई सन्देश आपके अकेलेपन को दूर करने के लिए नहीं होता, बल्कि इनका उद्देश्य एक निश्चित योजना के नाम पर लोगों को लूटना होता है. दोस्ती के पावन रिश्ते को ये अपने व्यवसाय का रूप दे कर आधुनिक काल में दोस्ती के बदलते स्वरुप का कुछ हद तक चित्रण करने कि कोशिश कर रहे है. तो जरा संभल कर अकेलेपन को दूर करने कि कोशिश कीजियेगा .
दोस्ती के नाम पर बहुत कुछ
फ्रेंडशिप क्लब पश्चिमी सभ्यता के तर्ज पर मुझसे दोस्ती करोगे के मूल मंत्र पर आधारित दोस्ती समूह नाम से स्पष्ट रूप से दोस्ती के लिए समर्पित दिखने वाले यह क्लब लोगों को दोस्ती करने के अलावा बहुत कुछ करता है. रोजाना समाचार पत्रों में छपने वाले वर्गीकृत विज्ञापन में कई फ्रेंडशिप क्लबों का जिक्र रहता है. अगर आप ध्यान से इस विज्ञापन पर नजर डालें, तो कुछ इस तरह की लाईने आराम से देखने कों मिल ही जाती है. फ्रेंडशिप क्लब, महिलाएं नि संकोच संपर्क करें, 100 प्रतिशत गारंटेड फ्रेंडशिप’’. फ्रेंडशिप क्लब हमारे यहां किसी भी उम्र की युवतियां फोन करें और किसी भी उम्र के युवक,युवती के साथ दोस्ती करें एवं साथ ही कमाये 4500 से 5000 तक, सानिया, लता, मोना, लव, लाइफ आदि जैसे कई फ्रेंडशिप क्लबों के नाम रोज पढऩे को मिल ही जाता है. लेकिन दोस्ती के नाम पर चलाये जाने वाले इस क्लब में दोस्ती के नाम पर बहुत कुछ होता है, ठगी और गर्म गोस्त का गोरख धंधा कों बढ़ावा देना एन क्लबों का मूल उद्देश्य बन चुका है.