नम्रता

नम्रता से अच्छी कोई नीति नहीं. जहां होशियार से होशियार जबान असफल हो जाती है, वहां अच्छा व्यवहार बहुत काम कर जाता है.

विवेक

सारी स्थितियों में विवेक ही प्रमुख रहना चाहिए, जिद्दी होना एक बात है, अपने मत के विषय में दृढ़ रहना बिलकुल दूसरी बात.

विश्वास

जो आदमी यह दिखाए कि उस में कोई भी कमी नहीं है, वह या तो बेवकूफ है या पाखंडी और हमें उस का विश्वास नहीं करना चाहिए.

शक्ति

जीवन में दुर्बलताओं का स्थान नहीं, मन की शक्ति जीवन की सारी शक्तियों का स्रोत है.

शांति

जो चिंतित रहता है उसे शांति कहां? और जब शांति ही नहीं, तब सुख कहां से होगा?

बुद्धि

व्यक्ति की अपनी बुद्धि उसे मीनार में बैठे हुए पहरेदारों से कहीं ज्यादा सही रास्ता बता सकती है.

वाणी

वाणी ही मनुष्य का ऐसा आभूषण है जो अन्य आभूषणों की तरह कभी घिसता नहीं

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...