वह नेता भाजपा का हो ही नहीं सकता जो हफ्ते में कम से कम एक बार पाप, पुण्य, मुक्ति और मोक्ष की बात न करे. बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने इन संस्कारों को निभाते राबड़ी देवी के बारे में धार्मिक बाबाओं सरीखी एक बात कह ही दी कि पाप की कमाई से कोई पूजा सफल नहीं होती. राबड़ी देवी और लालू यादव के परिवार को पापी कहने का यह परंपरागत तरीका था.

सुशील मोदी की नजर में पापी होने के चलते राबड़ी देवी छठ पूजा की हकदार नहीं थीं. सभी जानते हैं कि धर्म में पापमुक्ति के कई विधान और उपाय भी वर्णित हैं जिन में से सब से आसान है दान, वह भी अगर ब्राह्मण को दिया जाए.

इस तरह बेहतर यह होगा कि सुशील ही राबड़ी को बता दें कि पाप की कमाई का कितना हिस्सा कहां दान करने से पापमुक्ति मिल सकती है. एक पापमुक्ति का केंद्र उन की अपनी पार्टी है जहां समर्थन दान करने से पिछले सारे पाप धुल जाते हैं. नारायण राणे और रीता बहुगुणा ने इसी तरह पाप धोए हैं. गुजरात के नरेंद्र पटेल भी यही कर रहे थे पर फिर पाप की गठरी से बहक गए.

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