घर-जमीन की लगातार बढ़ती हुई कीमत की वजह से अब लोगों को घर या जमीन खरीदने के लिए होम लोन का सहारा लेना पड़ रहा है. अगर आपको भी घर खरीदने के लिए ऐसे ही किसी होम लोन की आवश्यकता है तो आपको अपने आर्थिक लक्ष्य के आधार पर एक सही लोन चुनना होगा.
बता दें कि टेक्नोलाजी में उन्नति होने के साथ, होम लोन जल्दी और बिना किसी परेशानी के मिल सकता है. ग्राहकों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए और प्रोफाइलों के आधार पर बैंको और फाइनेंस कंपनियों ने अलग-अलग तरह के लोन देना शुरू किया है. तो आइए आज हम बाजार में मौजूद तरह-तरह के होम लोन पर एक नजर डालते हैं.
पहले से मंजूर किए गए होम लोन
कुछ होम लोन, बैंक द्वारा पहले से ही मंजूर किए गए होते हैं. इस तरह के लोन आपके कर्ज चुकाने के इतिहास, आपकी आमदनी और आपके क्रेडिट स्कोर के आधार पर दिए जाते हैं. लेकिन इस तरह के लोन, एक निर्धारित समय में ही दिए जाते हैं. इस लोन की प्रक्रिया में आम तौर पर 48 घंटे लगते हैं. पहले से मंजूर किए गए लोन आमतौर पर कम ब्याज पर मिलते हैं, लेकिन इसका लाभ उठाने के लिए कुछ फीस देनी पड़ती है.
निश्चित ब्याज दर वाले होम लोन
इस तरह के होम लोन में बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव का कोई असर नहीं पड़ता और लोन चुकाने की सम्पूर्ण अवधि के दौरान ब्याज दर एक समान ही रहता है. इस पर हर महीने निश्चित परिमाण में लोन की ईएमआई चुकाने से बजट को ठीक रखने और आगे की प्लानिंग करने में मदद मिलती है. इस तरह के लोन से आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है. लेकिन इसमें एक खराबी है, निश्चित ब्याज दर पर मिलने वाले होम लोन का ब्याज दर, अनिश्चित या अस्थायी ब्याज दर वाले होम लोन की तुलना में आम तौर पर काफी अधिक होता है.
अस्थायी ब्याज दर वाले होम लोन
अस्थायी ब्याज दर वाले होम लोन बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव के कारण बदलते ब्याज दरों के अधीन होते हैं. इसमें दो चीजें शामिल होती हैं, मूल ब्याज दर और अस्थायी घटक. मूल दर में परिवर्तन होने पर अस्थायी दर में परिवर्तन होता है. यदि आप बढ़ते मुद्रास्फीति परिदृश्य में होम लोन लेना चाहते हैं तो आपको अस्थायी ब्याज दर वाले होम लोन से दूर ही रहना चाहिए क्योंकि ब्याज दरों की अनिश्चितता, आपकी अन्य आर्थिक जिम्मेदारियों को पूरा करने में बाधा बन सकती है.
संयुक्त होम लोन
यह एक ऐसा लोन है जिसे एक से अधिक व्यक्तियों द्वारा अर्थात परिवार के किसी सदस्य के साथ मिलकर लिया जा सकता है. संयुक्त होम लोन में पति/पत्नी, माता-पिता, भाई-बहन आदि शामिल हो सकते हैं. लोन का भुगतान दोनों के अकाउंट से होता है और लोन चुकाने में देरी होने या चूक हो जाने पर इसके लिए दोनों जिम्मेदार होते हैं. संयुक्त होम लोन देते समय, बैंक दोनों सदस्यों की आमदनी पर विचार करते हैं और लोन का टैक्स लाभ, लोन लेने वाले दोनों सदस्यों को मिलता है.
होम इम्प्रूवमेंट लोन
पर्सनल लोन की तुलना में कम प्रोसेसिंग फीस और कम ब्याज दर पर मिलने के कारण, होम इम्प्रूवमेंट लोन, घर की मरम्मत और रखरखाव करने के लिए पैसों की तंगी होने पर काफी मददगार साबित हो सकता है. इसलिए यदि आपको घर की मरम्मत कराने या उसका नवीकरण करने के लिए पैसों की जरूरत है तो आप होम इम्प्रूवमेंट लोन ले सकते हैं. एक साल तक समय पर लोन चुकाने वाला कोई भी व्यक्ति इस तरह का लोन ले सकता है, लेकिन इस लोन की रकम का इस्तेमाल सिर्फ घर की मरम्मत या नवीकरण के लिए ही करना होता है.