आप नौकरी करते हैं ताकि आपके परिवार को किसी तरह की समस्या ना हो, आपके बच्चों की पढ़ाई अच्छे स्कूलों में हो सके, उन्हें सारी मूलभूत सुविधाएं मिल सकें. इसके साथ ही सभी की ये भी हसरत होती है कि उनका अपना घर हो. लोग अपनी जिंदगी भर की कमाई घर बनवाने में लगा देते हैं. आखिर सभी को अपने घर की खुशी चहिए होती है.

आज के समय में कई फाइनेंस कंपनिया और बैंक अलग अलग तरह की स्कीमों और औफर्स के साथ लोन की सुविधाएं दे रहे हैं. आप लोन लेते हैं पर पैसा चुकाने की कोई अच्छी योजना ना होने के कारण आपको काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. तय समय में रकम वापस ना करने से ब्याज इतना बढ़ जाता है कि ब्याज वापस करना ही लोगों के लिए चुनौती बन जाता है.

कुछ बातें हैं जिनको आप ध्यान में रखें तो आपका होम लोन तय समय से भी कम वक्त में पूरा हो जाएगा और आप पर अतिरिक्त भार भी नहीं पड़ेगा.

  • पार्ट पेमेंट का महत्व

लोन चुकता करने की प्रक्रिया में ईएमआई से ज्यादा रकम जमा करने के लिए कहीं से बड़ी रकम आने का इंतजार नहीं करें. आप थोड़ा थोड़ा कर के ज्यादा रकम जमा कर सकते हैं. आपके पास आय के और भी स्रोत हो तो उससे भी रकम बचाने की कोशिश करें. इसके साथ ही आप गैर जरूरी खर्चों से भी बचें. जो भी आपकी कमाई है उससे ज्यादा से ज्यादा बचत की कोशिश करें.

  • बचत की रकम का इस्तेमाल

आपको अपनी बचत को बेहद सी प्लैंड तरीके से खर्च करना होगा. ऐसा नहीं कि आप अपने बचत का बड़ा हिस्सा घर खरीदने में ही लगा दें. एक स्मार्ट सोच रखिए और कोशिश करें कि आप अपके बचत का ज्यादा हिस्सा लोन को चुकाने में जाए.

  • ईएमआई बढ़ाकर वक्त घटाएं

अगर आपके पास फंड नहीं है और न ही तमाम खर्चों के बाद पैसा बचता है तो भी समय से पहले आप कर्ज चुका सकते हैं. आपको बता दें कि 9 प्रतिशत की ब्याज दर से 20 वर्ष के लिए 50 लाख रुपये के लोन पर अगर हर वर्ष 15 प्रतिशत ज्यादा ईएमआई चुकाई जाए तो भी 97वें महीने पूरा लोन चुकता हो जाएगा. अगर 10 से 15 प्रतिशत तक ईएमआई बढ़ाने मुश्किल हो रहा हो तो इतना तो जरूर सुनिश्चित कर लें कि लोन पर ब्याज दर बढ़ने पर ईएमआई का वक्त नहीं बढ़ जाए. ब्याज दर ऊपर जाए तो अवधि नहीं बढ़ने दें, बल्कि ईएमआई की रकम बढ़ा दें. अगर ब्याज दर घटे तो ईएमआई की रकम घटाने की जगह अवधि ही कम करें. इससे आपका लोन कम वक्त में चुकता हो सकता है.

  • दूसरे विकल्पों पर भी रखें ध्यान

लोम के प्रीपेमेंट से मानसिक सुकून मिलता है. पर आपको लोन चुकता करने में परेशानी आ रही हो तो आप दूसरे विकल्पों पर भी ध्यान दे सकते हैं. आपको प्रौपर्टी में किए गए निवेश का भी विस्तृत आकलन करना चाहिए. अगर आपके हाथ में पैसे नहीं बच रहे हों तो इसे बेचना भी बुरा नहीं है.

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