अप्रैल के आखिरी सप्ताह के तीसरे दिन बौंबे स्टौक एक्सचेंज यानी बीएसई के सूचकांक ने पहली बार 30 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर नया रिकौर्ड बनाया. नैशनल स्टौक एक्सचेंज का सूचकांक भी 9,300 अंक को पार कर नए स्तर पर पहुंचा. सूचकांक ने पहली बार यह ऊंचाई हासिल की है.

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि वैश्विक बाजारों से मजबूती के संकेतों तथा रिलायंस एवं विप्रो जैसी प्रमुख कंपनियों केपरिणामों और सरकार के आर्थिक सुधार के प्रयासों के कारण बाजार ने यह रिकौर्ड स्तर बनाया है. इस दौरान रुपया भी 20 माह के उच्चतम स्तर पर पहुंचा है. हालांकि इस से पहले के सप्ताह के दौरान बाजार में गिरावट का माहौल रहा. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ जैसे वैश्विक संस्थानों ने भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत रहने की भविष्यवाणी की है. संस्था के राजकोषीय मामलों के निदेशक विटोर गासपेट ने कहा है कि हाल के दिनों में भारत ने अच्छी आर्थिक विकास दर हासिल की है.

भारत ही नहीं, दुनियाभर के शेयर बाजारों पर फ्रांस में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव और उत्तर कोरिया तथा अमेरिका के बीच बन रहे युद्ध जैसे हालात का असर भी देखने को मिला. हालांकि बौंबे स्टौक एक्सचेंज में रिलायंस और विप्रो जैसी बड़ी कंपनियों के चौथी तिमाही के उत्साहवर्धक परिणामों के कारण उत्साह का माहौल रहा. इन परिणामों के कारण अप्रैल का आखिरी सप्ताह बाजार के लिए उत्साहजनक बना रहा.

 

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