ग्राहकों की मदद के लिए एसबीआई ने सिया यानी एसआईए (स्टेट बैंक इंटेलीजेंट असिस्टेंट) रोबोट लांच किया है. जो एक आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस से लैस चैट बोट है. हो सकता है कि अगली बार अगर आप स्टेट बैंक के बैंकिंग प्रतिनिधि या कस्टमर केयर की मदद ले रहे हों तो आपकी मदद कोई व्यक्ति नहीं बल्कि रोबोट सिया कर रहा हो.
आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस बैंकिंग प्लेटफार्म पेजो ने यह चैटबोट पेश किया है. सिया आम बैंकिंग प्रतिनिधियों की तरह ग्राहकों की मदद करेगा और साथ ही ग्राहकों की समस्याओं के हल के साथ बेहद तेजी से सवालों का जवाब भी देगा. इससे बैंकिंग संवाद सेवा पर बढ़ते बोझ को कम किया जा सकेगा. सिया वैश्विक बैंकिंग सिस्टम में मौजूद अन्य चैटबोट से काफी उन्नत है.
पेजो के सीईओ श्रीनिवास जय ने बताया कि एसआईए रोबोट बैंकिंग उद्योग में एक क्रांति है. यह बैंक व ग्राहकों के बीच संवाद को नई दिशा देने का काम करेगा. यह एक दिन में करीब 8.64 करोड़ सवालों का जवाब देने में सक्षम है.
एसबीआई के मुख्य तकनीकी अधिकारी शिव कुमार भसीन ने कहा कि सिया एक ऐसा चैटबोट है जिसके जरिये ग्राहक और बैंक के बीच विभिन्न प्लेटफार्मो पर संपर्क करना बेहद ही आसान होगा. इससे बैंक की संचालन लागत में भी कमी आएगी. फिलहाल यह बैंक से जुड़े उत्पादों और सेवाओं की जानकारी देने का काम करेगा और बाद में इसका विस्तार होगा.
क्या है चैटबोट
इसे 11 नवंबर 2016 को सिटी यूनियन बैंक ने चेन्नई में लांच किया था, जो आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस से लैस भारत का पहला ’बैंक सहायक’ के रूप में कास करेगा. आपको बता दें कि चैटबोट आवाज या लिखित भाषा में संवाद करने वाला कंप्यूटर प्रोग्राम है. यह बैंकिंग, बीमा या किसी अन्य विषय में प्रशिक्षित विशेषज्ञ की तरह ग्राहकों की समस्याओं और सवालों का जवाब देता है. एआई यानी कृत्रिम बुद्धिमत्ता से लैस होने के कारण यह अपनी गलतियों से सीखता भी है.
आखिर क्या काम करेगा सिया
सिया एक दिन में 8.64 करोड़ जवाब देने के साथ यह 10 हजार इनक्वायरी प्रति सेकेंड का जवाब देगा. खाते में रकम, होम लोन पर ब्याज दर जैसे सवाल और यह खातों में लेनदेन के इतिहास की सूचना भी आपको देगा. बता दें कि यह 25 प्रतिशत गूगल की सर्च रिजल्ट के बराबर काम करेगा.
इसके द्वारा आपको हिंदी, अंग्रेजी समेत कई भाषाओं में जानकारी मिलेगी. संवेदनशील जानकारी सिर्फ स्क्रीन पर आएगी.