आपके लिए बैंक में निवेश के क्या मायने हैं? केवल बचत या फायदा भी? आम तौर पर लेन देन और बचत के लिहाज से लोगों का रुझान बैंको की ओर होता है. पर कामगर आबादी के लिए दायरा बचत से बढ़ कर ब्याज दर तक पहुंचता है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि ब्याज से ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए आपके पास बैंक से बेदतर विकल्प कौन हैं.

यहां बात करेंगे स्मौल सेविंग स्कीम आरडी (RD) यानी Recurring Deposit की. असल में पोस्ट औफिस के साथ साथ कई बैंकों में भी आरडी स्कीम है. लेकिन ज्यादातर लोगों को नहीं मालूम नहीं होगा कि पोस्ट औफिस में दूसरे बैंकों की तुलना में ज्यादा ब्याज मिल रहा है. कई बड़े बैंक, जैसे एसबीआई, देना बैंक, बैंक औफ बड़ौदा, केनरा बैंक, इलाहाबाद बैंक और आंध्रा बैंक 1 साल से 5 साल की आरडी पर 5.50 फीसदी से 7 फीसदी तक ब्याज दे रहे हैं. वहीं, पोस्ट औफिस की 1 साल से 5 साल की आरडी स्कीम पर 7.3 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है.

सुरक्षित निवेश के लिए बैंक एफडी भी एक महत्वपूर्ण जरिया है. इसमें आपको ज्‍यादा ब्याज तो मिलता है, पर मुश्किल ये है कि आपको बड़ी राशि एक साथ लंबे समय के लिए जमा करनी पड़ती है. वहीं आरडी में आप छोटी जमा राशि को हर महीने जमा कर एफडी जितना ब्‍याज पा सकते हैं. ऐसे में बचत खाते पर दोगुना ब्‍याज हासिल करने का आसान तरीका है रेकरिंग डिपौजिट.

  • ऐसे आएगा अंतर  

फर्ज करिए कि हर महीने आप अपने सेविंग अकाउंट में 10 हजार रूपये जमा कर रहे हैं. तो ऐसे में आपको एक साल में 1,20,000 रुपए जमा करने होंगे. वहीं, सालाना 3.5 फीसदी मिलने वाले ब्याज के हिसाब से एक साल में आपका 1,24,420 रुपए हो जाएगा. यानी आपको साल में 4420 रुपये का फायदा होगा.

वहीं, आरडी में हर महीने 10 हजार रुपए तक जमा करते हैं तो साल में 1,20,000 रुपए जमा करने होंगे. वहीं, आपको पोस्ट औफिस आरडी पर सालाना 7.30 फीसदी ब्याज देता है. जिस लिहाज से आपके पैसे एक साल में 1,24,852 रुपए हो जाएंगे. यहां आपको 4,852 रुपये का शुद्ध मुनाफा होगा. किसी भी बैंक या पोस्ट औफिस में कैश या चेक से आप आरडी खाता खोल सकते हैं.

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