घर खरीदने के लिए होम लोन मददगार साबित होते हैं परंतु कुछ गलतियों की वजह से कई लोग इन्हें हासिल करने में नाकामयाब हो जाते हैं. यहां ऐसी 10 गलतियों के बारे में जानकारी दी जा रही है जिन से बचने पर आसानी से होम लोन प्राप्त किया जा सकता है : 

जरूरत से अनभिज्ञता : घर खरीदने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले आप को अपने स्तर पर पर्याप्त खोज करनी चाहिए. किसी अन्य द्वारा दी गई जानकारी या सूचना पर आंख मूंद कर विश्वास न करें. यदि आप खुद यह मेहनत नहीं करेंगे तो हो सकता है कि आप को अपनी मनचाही संपत्ति न मिले या जो मिले उसे खरीदना आप की क्षमता से बाहर हो. सब से पहले उन परियोजनाओं या इलाकों को चिह्नित करें जो आप को अपने मतलब की लगें. फिर इस बात पर गौर करें कि आप की जरूरतों पर इन में से कौन सी संपत्ति खरी उतरती है.

क्रैडिट रिपोर्ट प्राप्त नहीं करना : बैंक या हाउसिंग फाइनेंस कौर्पोरेशन के साथ होम लोन संबंधी बातचीत करने से पहले आप को अपनी क्रैडिट रिपोर्ट को किसी तरह की गलती या गड़बड़ के लिए, जरूर जांच लेनी चाहिए. यदि आप को कोई गलत या गड़बड़ दिखाई दे तो उसे तुरंत चुनौती दें क्योंकि इस से आप का क्रैडिट स्कोर प्रभावित होता है. नकारात्मक क्रैडिट रिपोर्ट आप के लोन लेने की क्षमता पर बेहद बुरा प्रभाव डालती है. अच्छी क्रैडिट रिपोर्ट से आप अधिक लोन लेने के योग्य हो सकते हैं.

व्यावहारिक पहलुओं का ध्यान नहीं रखना : कई बार लोग केवल कुछ ऊपरी बातों पर ही ध्यान देते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपनी मासिक आय का 80 से 85 फीसदी मासिक किस्त के रूप में अदा कर सकते हैं. हालांकि वे उन खर्चों का ध्यान रखना भूल जाते हैं जो अचानक करने पड़ सकते हैं. इस तरह के गलत आकलन की वजह से आप अपनी क्षमता से अधिक लोन ले सकते हैं जिस से आर्थिक रूप से आप पर बोझ तथा दबाव पड़ सकता है. ऐसे में स्वीट होम के मालिक बनने का ख्वाब आर्थिक समस्या की वजह से बुरा साबित हो सकता है.

लोन देने वालों के बारे में पर्याप्त पड़ताल नहीं करना : विज्ञापनों में किए गए लुभावने वादों तथा आकर्षक ब्याज दरों के प्रस्ताव या दोस्तों एवं परिवार वालों की बातों में आ कर जल्दबाजी में कोई फैसला न करें. पूरी पड़ताल करें. इस के लिए इंटरनैट की सहायता से ब्याज दरों तथा होम लोन औफर्स की आपस में तुलना भी की जा सकती है. आजकल इंटरनैट पर सभी बैंकों के औफर्स तथा उन की ब्याज दरों की सारी जानकारी उपलब्ध होती है, जिस का अध्ययन करने से आप के लिए फैसला करना सरल हो जाएगा.

हड़बड़ी में लोन स्वीकार करना : होम लोन की बात हो तो ध्यान रखें कि आप होम लोन के पहले प्रस्ताव को ही स्वीकार न कर लें. जिस तरह से आप बाजार में खरीदारी के वक्त विभिन्न दुकानों पर घूम कर अपनी पसंद तथा जरूरत की चीज की तलाश करते हैं, ठीक उसी तरह से आप को उपयुक्त होम लोन की खरीदारी करनी चाहिए.

आवेदन में सभी तथ्यों की जानकारी नहीं देना : यह आप के ही हित में है कि आप अपने आवेदन में सारे तथ्य सहीसही जाहिर कर दें. यदि आप के क्रैडिट कार्ड पर राशि बकाया है या पहले से आप ने अन्य लोन ले रखे हैं तो ये आप की होम लोन क्षमता को प्रभावित करेंगे. बेहतर होगा कि आप अपने बारे में सभी तथ्यों को आवेदन में लिख दें. इन बातों को छिपाने का पता चलने पर बैंक आप को होम लोन देने से इनकार कर सकता है.

लोन एग्रीमैंट को अच्छे से नहीं पढ़ना : किसी भी लोन एग्रीमैंट पर साइन करने से पहले उसे अच्छी तरह से पढ़ना जरूरी होता है. इन में कोई ऐसा नियम या शर्त हो सकती है जो आप को बिलकुल मंजूर न हो. इसे पढ़ कर सुनिश्चित हो जाएगा कि आप किस परिस्थिति में पैर रखने जा रहे हैं. यदि आप को किसी शर्त पर आपत्ति है तो उस के बारे में बैंक के साथ बात की जा सकती है.

वित्तीय स्थिति को व्यवस्थित नहीं रखना : अपनी आय तथा व्यय संबंधी वित्तीय आंकड़ों की व्यवस्थित जानकारी रखने से आप को बैंक से लोन लेने में तो आसानी होगी ही, अपनी वित्तीय स्थिति का सटीक आकलन लगाने में भी सहायता होगी. इतना ही नहीं, इस की मदद से आप निकट भविष्य में अपनी आय में होने वाले इजाफे का अनुमान भी लगा सकते हैं.

होम लोन पर इंश्योरैंस नहीं लेना : यदि लोन लेने वाले व्यक्ति के साथ कोई अनहोनी घट जाए तो लोन अदा करने का बोझ परिवार पर आ सकता है. ऐसी किसी परिस्थिति से परिवार को सुरक्षा प्रदान करने के लिए होम लोन का बीमा अवश्य करवाना चाहिए. लोन लेने वाले की मृत्यु की स्थिति में लोन की बाकी सारी राशि को बीमा कंपनी अदा कर देती है. इसी प्रकार क्रिटिकल इलनैस पौलिसी के तहत लोन लेने वाले की आय में किसी गंभीर रोग की वजह से कमी आने पर भी बीमा कंपनी एक तय समय तक किस्तों की अदायगी करती है.

सही रवैया न अपनाना : आप को लोन देने में बैंक की एक अहम भूमिका होती है परंतु इस के लिए आप को उन का अत्यधिक आभारी होने की जरूरत भी नहीं है. कई बार होम लोन देने में बैंकों का अपना हित अधिक समाया होता है और वे आप का फायदा उठा सकते हैं. वास्तव में लोन लेने वाले ग्राहक के रूप में आप के पास अधिक शक्ति होनी चाहिए. बेशक आप को अपने बैंक पर भरोसा हो परंतु लोन से संबंधित प्रोसैसिंग फीस, प्री पेमैंट फीस, लीगल फीस,वैल्युएशन फीस जैसी सभी बातों पर पैनी नजर रखनी चाहिए.

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