सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने के मामले में भारत काफी पीछे है. इस मामले में वह 149 देशों के सूचकांक में 110वें पायदान पर है. जबकि स्वीडन शीर्ष स्थान पर है. इस सूचकांक से जाहिर होता है कि महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को हासिल करने में सभी देशों को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है.

संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास समाधान नेटवर्क (एसडीएसएन) और बर्टल्समैन स्टिफटंग ने नया सतत विकास सूचकांक जारी किया है. इस रिपोर्ट कार्ड का मकसद सतत विकास के लक्ष्यों की प्रगति पर नजर रखना और जवाबदेही सुनिश्चित करना है.

सूचकांक ने 149 देशों के उपलब्ध आंकड़े जुटाए हैं. इससे यह पता चलता है कि 2016 में देश सतत विकास के लक्ष्यों को हासिल करने में कहां खड़े हैं. इस सूचकांक से देशों को प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान करने में मदद मिलेगी. एसडीएसएन के निदेशक जेफरी सच ने कहा, 'सतत विकास के लक्ष्य सभी देशों की पहुंच में है.

अगर वे स्पष्टता और समर्पण के साथ इस दिशा में काम करें तो इन्हें हासिल किया जा सकता है.' सूचकांक में अमेरिका 25वें रूस 47वें और चीन 76वें स्थान पर है. जबकि सूची में नीचे रहने वाले एशियाई देशों में पाकिस्तान (115), म्यांमार (117), बांग्लादेश (118) और अफगानिस्तान (139) हैं.

17 वैश्विक लक्ष्यों पर आधारित

इसमें प्रत्येक देश की रैंकिंग 17 वैश्विक लक्ष्यों को लेकर उनके प्रदर्शन पर आधारित है. ये लक्ष्य सतत विकास के तीन आयामों आर्थिक विकास, सामाजिक समावेश और पर्यावरण से जुड़े हुए हैं.

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