बौंबे स्टौक एक्सचेंज यानी बीएसई पर सितंबर के आखिरी सप्ताह में देश की दूसरी प्रमुख सूचना तकनीक कंपनी इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का के इस्तीफे और उन की जगह नंदन नीलेकणी की ताजपोशी का असर रहा और 27 अगस्त को बाजार 2 सप्ताह के निचले स्तर पर आ गया. लेकिन उस के बाद सूचकांक में तेजी शुरू हो गई. इसी बीच, उत्तर कोरिया ने हाइड्रो बम का परीक्षण किया और इस से वैश्विक तनाव बढ़ गया जिस का सीधा असर बीएसई पर देखने को मिला.
इस बीच चीन में भारत, ब्राजील, रूस, चीन तथा दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स की शिखर बैठक हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस में शिरकत की. इसी दौरान भारत व चीन के बीच 2 महीनों से चल रहा डोकलाम विवाद समाप्त हो गया. शेयर बाजार ने इस का जोरदार स्वागत किया और बाजार में उत्साह का माहौल रहा व जम कर कारोबार हुआ. इन सब स्थितियों के बावजूद सितंबर के पहले सप्ताह में सूचकांक में गिरावट दर्ज की गई. हालांकि डोकलाम विवाद के सुलझने से निवेशकों का मनोबल मजबूत है. सितंबर के पहले सप्ताह में बाजार रिकौर्ड तेजी पर बंद हुआ.