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आरबीआई के निर्देश अनुसार, अगर मोबाइल वौलेट कंपनियां केवाईसी कराने में नाकाम रहती हैं तो उपभोक्ता के खाते बंद कर दिए जाएंगे. साथ ही मोबाइल वौलेट भी बंद हो जाएगा. इसका असर कंपनी के साथ-साथ आप पर भी पड़ेगा. दरअसल, आरबीआई ने मोबाइल वौलेट्स को केवाईसी (Know your customer) कराने के लिए कहा था. इसमें ग्राहकों के पैन कार्ड, आधार कार्ड के जरिए केवाई हो सकता है. लेकिन, नहीं होने पर आपको क्या नुकसान होंगे यह जानना बहुत जरूरी है.

केवाईसी नहीं कराया तो क्या?

किसी उपभोक्ता ने अगर अपने मोबाइल वौलेट का केवाईसी नहीं कराया तो कंपनी उसका वौलेट बंद कर देगी. इससे वह वौलेट के जरिए कोई ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएगा. किसी तरह के बिल जमा नहीं होंगे. ऐसे में डिजिटल इंडिया में औनलाइन ट्रांजैक्शन नहीं कर पाएंगे. हालांकि, बैंकों के यूपीआई पेमेंट सर्विस से ये सभी काम हो सकेंगे. लेकिन, बाकी प्राइवेट मोबाइल वौलेट सर्विस प्रोवाइडर की सेवा बंद हो जाएगी.

वौलेट का पैसा नहीं निकाल सकेंगे

अगर किसी ने अपने मोबाइल वौलेट में पैसे डाल रखे हैं और 28 फरवरी तक अपना केवाईसी नहीं कराते हैं तो इसके बाद आपका पैसा भी ब्लौक हो सकता है. पेटीएम, एयरटेल मनी, मोबिक्विक जैसे वौलेट से आप ट्रांजैक्शन नहीं कर सकेंगे. इसके पैसे भी ट्रांसफर नहीं कर सकेंगे.

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

एक्सपर्ट्स के  अनुसार वौलेट बंद होने से सरकार की डिजिटल मुहिम को झटका लग सकता है. बाजार में फिर से कैश फ्लो बढ़ सकता है. लोग अपने कार्ड में पैसा रखने के बजाए ज्यादा कैश कैरी करेंगे. इसलिए ऐसा मुमकिन नहीं कि सभी वौलेट एक साथ बंद हो जाएं. हालांकि, यह जरूर है कि सरकारी पेमेंट ऐप जो बैंक से लिंक होते हैं उनकी ग्राहक संख्या जरूर बढ़ेगी. भीम ऐप, यूपीआई को इससे फायदा होगा.

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