एक तरफ नए व अनूठे कंटेंट को परोसने की प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है,तो वहीं कुछ लोग दूसरी भाषा के अति लोकप्रिय सीरियलों का हिंदी रीमेक कर परोसने पर आमादा हैं. यह कटु सत्य है.अब तक अनूठे वली क से हटकर ‘‘रक्षाबंधन’’, ‘‘नथःजेवर या जंजीर’’और ‘‘रंजू की बेटियां’’जैसे विचारोत्ते जकव सोचने पर मजबूर करने वाले सीरियल प्रसारित कर रहा ‘‘दंगल’’टीवी अब 18 अक्टूबर से अनूठी विषय वस्तु वाला सीरियल ‘‘सिंदूर की कीमत’’का प्रसारण शुरू करने जा रहा है,जो कि मौलिक नही है.बल्कि यह सीरियल 2018 में सन टीवी पर प्रसारित तमिल भाषा के लोकप्रिय सीरियल ‘‘रोजा’’का हिंदी रीमेक है. रोजा की कहानी अनाथालय में पली एक सकारात्मक सोच वाली रोजा नाम क लड़की के जीवन की चुनौतियों की कहानी है.इसे हिंदी सीरियल  ‘सिंदूर की कीमत’’ में कुछ बदलाव के साथ ही पेश किया जाने वाला है.वैसे गुल खान की प्रोडक्शन कंपनी ‘‘लाॅयन 4’’ द्वारा निर्मित सीरियल ‘‘सिंदूर की कीमत’’का प्रोमो बाहर आते ही वायरल हो चुका है सोशल मीडिया में इसे काफी पसंद भी किया जा रहा है.

कहानी के केंद्र में अवस्थी परिवार है.जिसमें बड़े भाई अर्जुन अवस्थी (शहजादशेख ) व छोटे भाई अश्विन अवस्थी(प्रतीकचैधरी) के अलावा अर्जुन की पत्नी मिश्री (वैभवीहंकरे)  हैं.

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‘‘सिंदूर की कीमत’’में अर्जुन अवस्थी का किरदार निभा रहे अभिनेता शहजाद शेख टीवी जगत का जाना पहचाना नाम है. वह इससे पहले ‘बेपनाह’,‘कबूल है’जैसे सीरियलों के अलावा सीरियल ‘ये रिश्ता क्या कहलाता है‘ में तीन वर्ष तक नक्श का किरदार निभाकर शोहरत बटोर चुके हैं.शहजाद शेख कहते हैं-‘ ‘मैं इसमें अर्जुन अवस्थी बना हॅूं,जो कि वकील है.इस किरदार को निभाना मेेरे लिए काफी आसान रहा,क्योंकि मेरे पर दादा, दादा व पिता सभी वकालत के पेशे से जुड़े रहे हैं.जहां तक सीरियल ‘सिंदूर की कीमत’ की कहानी का सवाल है, तो इसमें पति पत्नी के नाजुक रिश्ते के अलावा इस बात का चित्रण है कि सिंदूर की कीमत कोई तय नहीं कर सकता।’’

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