इसी वर्ष लद्दाखी फिल्म ‘‘वाकिंग विथ द विंड’’ के लिए तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके  फिल्मकार प्रवीण मोरछले के सितारे बुलंदियों पर हैं. उन्होने खुद ही सूचित किया है कि उनकी नई व तीसरी फिल्म ‘‘विडो आफ सायलेंस’’ इस वर्ष 4 से 11 अक्टूबर के बीच संपन्न होने वाले ‘‘बुसान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह’’ में भारतीय फिल्म के रूप में प्रदर्शित की जाएगी.

85 मिनट की अवधि वाली फिल्म ‘‘विडो आफ सायलेंस’’ कश्मीर की पृष्ठभूमि पर है. इसमें समसामायिक भारत में औरतों की स्थिति का चित्रण है. तीन औरतों के नजरिए से पूरी बात कही गयी है. खुद प्रवीण मोरछले बताते हैं-‘‘वर्तमान भारतीय समाज की जो स्थिति है, उस पर एक विचारोत्तेक फिल्म है. फिल्म की कहानी एक नारी, उसकी बेटी और उसकी सास की है. इस महिला का अपने वजूद को बनाए रखने का संघर्ष है. कहानी गांव की ही है. मैंने अपनी फिल्म में कहीं इस बात को दिखाने की कोशिश नहीं की कि इन तीनों में से कौन सही है, कौन गलत है? पर फिल्म वर्तमान भारत को पूरी तरह से लोगों के सामने लेकर आती है.’’

फिल्म ‘‘विडो आफ सायलेंस’’ को अभिनय से संवारने वाले कलाकार हैं-अजय चैरे, शिल्पी मारवाह बिलाल, नूरजहां, सब्बीर और तमाम गांव वाले. फिल्म के कैमरामैन मोहम्मद रेजा जहां पनाह, कास्ट्यूम डिजायनर निकिता शाह, साउंड डिजायनर सनल जौर्ज, साउंड मिक्सिंग जस्टिन जोसे व अन्य.

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