4 जुलाई को ‘सरिता’ पत्रिका में हमने प्रकाशित किया था कि ‘हीरोपंती’ और ‘बागी’ जैसी सफल फिल्मों के निर्देशक सब्बीर खान किस तरह से टीवी पर प्रसारित हो रहे बच्चों के रियालिटी शो के पक्षधर हैं. वास्तव में फिल्मसर्जक सब्बीर खान ने अपनी नई फिल्म ‘‘मुन्ना माइकल’’ में टीवी के डांस रियालिटी शो को रखा है और कुछ दिन पहले ‘‘सरिता’’ पत्रिका से बात करते हुए सब्बीर खान ने टीवी पर प्रसारित हो रहे बच्चों के रियालिटी शो का पक्ष लेते हुए जबरदस्त वकालत की थी. उन्होंने टीवी के रियालिटी शो की तुलना बच्चों द्वारा गली गली में खेले जा रहे क्रिकेट से भी की थी.

‘‘सरिता’’ पत्रिका में इस खबर के छपने के बाद मशहूर फिल्मकार सुजीत सरकार ने ट्वीटर पर बच्चों के रियालिटी शो को बंद किए जाने की मांग कर डाली. सुजीत सरकार ने ट्वीटर पर लिखा – ‘‘संबंधित अधिकारियों से विनम्र निवेदन है कि वे तुरंत सभी टीवी के रियालिटी शो पर बैन लगाएं. यह शो बच्चों को भावनात्मक स्तर के साथ साथ पवित्रता के स्तर पर भी बर्बाद कर रहे हैं.’’

सुजीत सरकार की मांग काफी जायज नजर आती है. वास्तव में टीवी के रियालिटी शो में विजेता बनने के लिए हर बच्चे के उपर कई तरह के दबाव होते हैं. उन्हें जनता से वोट की दरकार होती है. इसी के साथ जब तक वे इस तरह के शो का हिस्सा होते हैं, तब तक वे एक स्टारडम वाली जिंदगी जीते हैं. शो के खत्म होते ही वे धड़ाम से जमीन पर आ जाते हैं. इनमें से एक ही विजेता बनता है, पर विजेता बनने के बावजूद उसे फिल्म इंडस्ट्री में काम मिलने की कोई गारंटी नहीं होती. इससे उनके करियर, उनकी सेहत पर जबरदस्त असर होता है. उनकी भावनाएं आहत होती हैं. उनके सारे सपने एक ही मिनट में धराशायी हो जाते हैं, पर रियालिटी शो के खत्म होते ही इन बच्चों का हाल जानने वाला कोई नहीं होता. इतना ही नहीं तमाम लोगों की राय में जिस वक्त बच्चो को पढ़ाई पर ध्यान देकर डाक्टर, इंजीनियर,सीए या अन्य क्षेत्र में जाने के बारे में सोचना चाहिए, उस वक्त वे रियालिटी शो का हिस्सा बन स्टारडम की हवा में बह रहे होते हैं, जिससे उनके अंदर भटकाव भी आता है.

मगर सुजीत सरकार द्वारा रियालिटी शो पर बैन की मांग उठाए जाने के बाद से ही यह मसला काफी गर्मा गया है. रियालिटी शो को पक्ष में फिल्म ‘‘मुन्ना माइकल’’ के हीरो टाइगर श्राफ भी खुलकर सामने आ गए. टाइगर श्राफ ने कहा है – ‘‘मैं तो पूरी तरह से टीवी के रियालिटी शो के पक्ष में हूं, यह रियालिटी शो बच्चों को सही दिशा देते हैं, उनके अंदर की सकारात्मक उर्जा को सही ढंग से संचालित करते हैं. ये शो बच्चों को कम उम्र मे ही आगे बढ़़ने की सही दिशा दिखाते हैं, जो कि बहुत अच्छी बात है.’’

सुजीत सरकार की मांग पर टाइगर श्राफ ने कहा – ‘‘मैं उनसे पंगा नही लेना चाहता. उनके विचार अलग है. मैं मानता हूं कि बच्चों के लिए शिक्षा महत्वपूर्ण है, मगर अन्य गतिविधियां भी उतनी ही महत्वपूर्ण हैं. पढ़ाई ही सब कुछ नही है.’’

अभिनेत्री और रियालिटी शो ‘छोटा मियां धाकड़’’ की जज रही नेहा धूपिया भी सुजीत सरकार के खिलाफ खड़ी नजर आ रही हैं. नेहा धूपिया का दावा है कि टीवी के रियालिटी शो बच्चों को आत्मविश्वास और मार्गदर्शन देते हैं. नेहा धूपिया कहती हैं – ‘‘टीवी के रियालिटी शो जैसे मंच, बच्चो को अपने शुरूआती जीवन में ही आत्म विश्वास व दिशा देते हैं, लेकिन मेरा मानना है कि बच्चों को किसी भी चीज के लिए अपनी शिक्षा के साथ समझौता नहीं करना चाहिए. सुजीत सकार से मेरी राय अलग है. मैं उनकी राय का सम्मान भी करती हूं. मगर इस प्रतिस्पर्धात्मक युग में ऐसे शो चाहिए. दूसरी बात मैं इस तरह के शो का हिस्सा रही हूं, तो मुझे पता है कि रियालिटी शो के दौरान बच्चों की देखभाल की जाती है. मैं यह मानती हूं कि बच्चों का सपना चाहे जो हो, मगर बच्चों को अपनी शिक्षा पहले पूरी करनी चाहिए.’’

बहरहाल, अब टीवी पर रियालिटी शो को लेकर नई बहस पैदा हुई है. अब देखना ये है कि यह बहस आगे क्या रूप लेती है और इसके परिणाम क्या सामने आते हैं. वैसे जब अमोल गुप्ते ‘‘चिल्ड्रेन फिल्म सोसायटी’’ के चेअरमैन थे, तब उन्होंने भी टीवी व फिल्मों में बच्चो से काम कराए जाने पर कई तरह के सवाल उठाते हुए केंद्रीय बाल मंत्रालय से कुछ कदम उठाने की गुहार लगायी थी, पर मंत्रालय अब तक खामोश है.

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