कंगना रनौत ने पहली बार अपने साथ जुड़े विवादों पर खुलकर बात की है. इन दिनों बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन के साथ विवादों को लेकर सुर्खियों में आई कंगना रनौत ने कहा कि 'अगर एक महिला यौन रूप से सक्रिय होती है, तो उसे 'वेश्या' कहा जाता है और अगर वह बेहद सफल है, तो फिर 'मनोरोगी' करार दे दी जाती है.
बतौर रंगना, ''मुझे साइकोपैथ कहा गया, खून पीने वाला कहा गया. मैं इस तरह से खुद के लिए इन नामों के इस्तेमाल के लिए तैयार नहीं थी.'' बता दें कि ऋतिक के साथ मेल हैक करने को लेकर कानूनी विवाद के बीच उनके पूर्व ब्वॉयफ्रेंड अध्ययन सुमन ने दावा किया था कि कंगना काला जादू करती थीं और मेरे खाने में अपना खून मिलाती थीं.
अध्ययन ने एक इंटरव्यू में कहा था कि कंगना उन्हें बेइज्जत करती थी और मारती थी. वह काले जादू का प्रयोग करती थी. अध्ययन ने कंगना और ऋतिक रोशन के बीच चल रहे विवाद में भी ऋतिक का पक्ष लिया था.
अपने साथ कॉन्ट्रोवर्सी को लेकर क्या कहा...
अपनी हालिया कॉन्ट्रोवर्सी के बारे में कंगना ने किसी का नाम लिए बिना कमेंट्स किए. उन्होंने कहा, ''मेरी जिंदगी में अब तक जो कुछ हुआ, उससे मैं शॉक्ड रही हूं. कई बार आप जिंदगी में कई लोगों के लिए इनसिक्योर रहते हैं लेकिन आप कभी किसी के साथ क्रूर नहीं हो सकते. आप काफी नाजुक चीजें इस तरह के पब्लिकली नहीं रख सकते.''
''जब मुझे साइकोपैथ कहा जाता है तो मैं इसकी परवाह नहीं करती. इस देश में महिलाओं को डायन, चुड़ैल, होर, साइकोपैथ कहा जाता रहा है. मैं यही कहना चाहूंगी कि मैं प्राउड हिंदू हूं. मेरी पर्सनैलिटी का फाउंडेशन स्वामी विवेकानंद की टीचिंग और सनातन धर्म पर है.''