कंगना रनौत चुप रहने को तैयार नही है. मगर उनके मुंहफट होने, उनके बड़बोलेपन और सच बोलने का खामियाजा भी उन्हें ही भुगतना पड़ रहा है. एक तरफ जहां कंगना रनौत व रितिक रोशन का विवाद अभी तक खत्म नहीं हुआ है, वहीं दूसरी तरफ कंगना ने फिल्म ‘‘रंगून’’ के सह अभिनेता शाहिद कपूर के खिलाफ भी जंग छेड़ रखी है. कंगना ने शाहिद कपूर को लेकर कई तरह के बयान दिए हैं, जिनका शाहिद कपूर ने बड़े शांत मन से यह कर जवाब दिया कि फिल्म के प्रमोशन के लिए इस तरह की बयान बाजी ठीक नहीं है.
मगर कंगना रनौत अपने आपको बड़ी अदाकारा साबित करने पर तुली हुई हैं. वह बार बार दावा करती हैं कि वह अब वह सिर्फ नारी प्रधान व उन फिल्मों में अभिनय करती हैं, जिनकी कहानियां उनके किरदार के इर्द गिर्द घूमती हो. कंगना का दावा है कि अब उनके लिए खास तौर पर किरदार लिखे जा रहे हैं.
मजेदार बात यह है कि कंगना को अब अपने बयानों की वजह से ही फिल्मों से हाथ धोना पड़ रहा है. 2016 में मशहूर फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली ने कंगना रनौत से बात की थी. और यह तय हुआ था कि संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनने वाली एक काल विषेश की फिल्म में शाहरुख खान और कंगना रनौत की जोड़ी होगी. इस बात की पुष्टि कंगना और शाहरुख खान ने भी अपरोक्ष रूप से कर दी थी. उस वक्त कंगना व रितिक के विवाद में भी शाहरुख का उन्हें साथ मिल रहा था.
लेकिन फिल्म ‘‘रंगून’’ के प्रमोशन के दौरान जब पत्रकारों ने कंगना रनौत से पूछा कि क्या वह बॉलीवुड के तीन खान कलाकारों के साथ फिल्म नहीं करना चाहती? तो कंगना ने कहा कि इन तीन खान की फिल्में हमेशा इनके ही इर्दगिर्द वाली होती हैं. उनमें मेरे लिए कोई जगह नहीं हो सकती. मेरी फिल्में विशाल दर्षक वर्ग तक पहुंचने लगी हैं. इसलिए बड़े स्टूडियो या बड़े निर्देशक या बड़े कलाकार के साथ काम करने की जरुरत महसूस नहीं होती.’’
सूत्रों का दावा है कि कंगना के इस बयान से शाहरुख खान नाराज हो गए हैं. सूत्रों का दावा है कि इसी के चलते अब शाहरुख खान ने संजय लीला भंसाली की फिल्म में कंगना के साथ काम करने से मना कर दिया है. संजय लीला भंसाली के सूत्रों की माने तो संजय लीला भंसाली कुछ दिन पहले दो फिल्मों की पटकथा लेकर शाहरुख खान से मिलने गए थे. इनमें से एक फिल्म की पटकथा वह थी, जिसमें शाहरुख खान के साथ कंगना रनौत हीरोइन होने वाली थी. खैर,शाहरुख खान ने कंगना के साथ वाली फिल्म को करने से मना करते हुए दूसरी पटकथा वाली फिल्म के लिए हामी भर दी. यानी कि सच बोलने या बड़बोलेपन की वजह से कंगना को शाहरुख खान के साथ वाली फिल्म से हाथ धोना पड़ा.
तो दूसरी तरफ जब से कंगना रनौत ने विशाल भारद्वाज के साथ उनकी फिल्म ‘‘रंगून’’ में अभिनय करना शुरू किया था, तभी से वह चिल्लाती आ रही हैं कि फिल्म ‘‘रंगून’’ की असली हीरो वही हैं. ज्ञातव्य है कि कंगना रनौत के साथ सैफ अली व शाहिद कपूर भी अभिनय कर रहे हैं. अब जबकि फिल्म का प्रमोशन शुरू हुआ, तो कंगना ने फिर से दोहराना शुरू किया कि इस फिल्म की हीरो वही हैं. तो दूसरी तरफ शाहिद कपूर दावा कर रहे हैं कि फिल्म ‘‘रंगून’’ में उनका किरदार हीरोटिक है. शाहिद कपूर की इस तरह की बातें सुनने के बाद कंगना ने शाहिद कपूर को मूड़ी और बहुत कुछ कहना शुरू कर दिया.
जी हां! फिल्म ‘‘रंगून’’ के प्रमोशन के सिलसिले में मीडिया से बात करते हुए कंगना ने शाहिद कपूर को लेकर कहा, ‘‘शाहिद कपूर का मूड हर दिन बदलता रहता है. कभी दोस्ताना स्वभाव, तो कभी शंकास्पद स्वभाव. दूसरी बात मुझे फिल्म में इंटीमेट सीन पसंद नहीं है. इस तरह के दृष्य फिल्माना बहुत कठिन होता है. किसी के साथ आपके संबंध बहुत साधारण होते हैं, पर कुछ मिनट बाद आप उसके मुंह में अपना मुंह लगा रहे होते हैं, यह कैसे आसान हो सकता है. इतना ही नहीं शाहिद कपूर की मूंछे भी बहुत परेशान करती थीं.’’ परिणामतः शाहिद कपूर ने कंगना रनौत के साथ ‘रंगून’ का प्रमोशन करने से इंकार कर दिया.
विशाल भारद्वाज इन दोनों कलाकारों को संभालते, उससे पहले ही ‘‘वाड़िया मूवी टोन’’ के रॉय वाड़िया ने विशाल भारद्वाज व उनकी फिल्म ‘‘रंगून’’ के खिलाफ मुंबई उच्च न्यायलय में कॉपीराइट उल्लंघन का मुकदमा दायर करते हुए आरोप लगाया कि ‘रंगून’ में कंगना रनौत का जूलिया का किरदार उनकी फिल्मों में अभिनय करने नाडिया पर आधारित है. जो उन दिनों फिअरलेस नाडिया के नाम से मशहूर थीं. इतना ही नहीं सोमवार, 20 फरवरी को मुंबई उच्च न्यायालय में ‘वाड़िया मूवी टोन’ की तरफ से फिल्म ‘रंगून’ के ट्रेलर के आधार पर कंगना के जूलिया के किरदार और अपनी फिल्मों की हीरोईन नाडिया के बीच 19 समानताएं गिना दी. अब अगली सुनवायी 22 फरवरी यानी कि आज को होनी है. कहा जा रहा है कि 22 फरवरी को अदालत फिल्म ‘रंगून’ देख सकती है.
सूत्रों की मानें तो विशाल भारद्वाज ने इस अदालती पचड़े से बचने के साथ साथ शाहिद कपूर को भी खुश करने का मन बनाते हुए ‘रंगून’ के 40 मिनट के उन दृष्यों पर कैंची चला डाली, जिनमें कंगना का जूलिया का किरदार ही हावी है. और मंगलवार 21 फरवरी को खबर आ गयी कि विशाल भाद्वाज ने फिल्म ‘रंगून’ को नए सिरे से एडिट करके चालीस मिनट के दृश्यों को काट दिया है. विशाल भारद्वाज की तरफ से तर्क दिया जा रहा है कि फिल्म ‘रंगून’ की लंबाई 2 घंटे 47 मिनट थी, पर अब विशाल भारद्वाज ने महसूस किया कि इतनी लंबी फिल्म देखने में लोगों को रूचि नहीं होती है. इसलिए 40 मिनट की फिल्म को काट कर अब फिल्म कि अवधि को दो घंटे सात मिनट कर दिया गया.
मगर बॉलीवुड के विचौलयों की मानें तो विशाल भारद्वाज ने 40 मिनट की फिल्म महज अदालती कारवायी से बचने तथा शाहिद कपूर केा खुश करने के लिए ही काटी है. सूत्रों का दावा है कि विशाल भारद्वाज ने ज्यादातर कैंची कंगना रनौत के जूलिया किरदार से संबंधित दृश्यों पर चलायी है, जिससे वह अदालत में फिल्म ‘रंगून’ दिखाकर साबित कर सकें कि ‘वाड़िया मूवी टोन’ के आरोप निराधार हैं.
बॉलीवुड से जुड़ा एक तबका मानता है कि ‘रंगून’ को लेकर जो कुछ भी हो रहा है, उसकी वजह कंगना रनौत व शाहिद कपूर के बीच खिंची तलवारें हैं. सभी जानते है कि शाहिद कपूर, विशाल भारद्वाज के पसेदीदा कलाकार हैं. विशाल भारद्वाज इससे पहले शाहिद कपूर के साथ ‘कमीने’ तथा ‘हैदर’ जैसी फिल्म निर्देशित कर चुके हैं. अब उन्होंने ‘रंगून’ में तीसरी बार शाहिद कपूर को लिया है. शाहिद कपूर और विशाल भारद्वाज के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं, यह भी जगजाहिर है. जबकि कंगना ने पहली बार विशाल भारद्वाज के निर्देशन में फिल्म की है. पर वह पहले दिन से ही बड़े बड़े बयानबाजी करती आयी हैं. इसलिए भी जब फिल्म पर कैंची चलाने की बात आयी,तो कंगना के जूलिया के किरदार वाले दृष्यों पर कैंची चलायी गयी. यानी कि एक बार फिर कंगना रनौत को अपने बड़बोलेपन व बयानों की ही वजह से जबदस्त नुकसान उठाना पड़ा है.
यदि सूत्रों का दावा सही है और फिल्म ‘‘रंगून’’ से 40 मिनट के उन दृश्यों पर कैंची चलाई गयी है, जिनमें कंगना रनौत का किरदार जुलिया रही है, तो इसके मायने यह हुए कि अब इस फिल्म में कंगना के किरदार की कोई अहमियत नहीं रही. बहरहाल, सच तो फिल्म के प्रदर्शन के बाद ही पता चलेगा. पर जो कुछ हो रहा है, उससे किसे सबक लेना चाहिए, पता नहीं?
वैसे अपने मुंहफट स्वभाव को डिप्लोमैटिक करने के सवाल पर कंगना रनौत कह चुकी हैं, ‘‘यदि ऐसा हुआ तो लोग, मुझे जिंदा चबा जाएंगे. दो मिनट में मेरी बोटी/हड्डी नोचकर फेंक देंगे. जो मुझ पर हमला करते हैं, उन पर पलटवार करना जरुरी है. लोग यहां मेरे करियर, मेरी पसंद नापसंद और मेरी डिग्निटी को चुनौती देते हैं. यदि आप मेरे खिलाफ बातें करें, मुझे अपमानित करें और मैं खुद को डिप्रेशन में जाने का इंतजार करुं या आत्महत्या कर लूं. मैं यह सब करने से रही. मेरी पहली प्राथमिकता खुद को सुरक्षित व स्वस्थ रखना है. माना कि औरत का जन्म दूसरों की देखभाल करने व दूसरों को पोषित करने के लिए होता है, पर इसके मायने यह नहीं है कि वह अपना ख्याल रखना छोड़ दे. मैं अपने वजूद के लिए लड़ती हूं.