ताराचंद बड़जात्या ने 15 अगस्त, 1947 के दिन बड़े जतन के साथ ‘राजश्री प्रोडक्शन’ की शुरुआत की थी. उन की मौजूदगी में ही उन के बेटे राजकुमार बड़जात्या, कमल कुमार बड़जात्या, अजीत कुमार बड़जात्या भी इस कंपनी के साथ फिल्म बिजनैस में लग गए. फिर ताराचंद बड़जात्या के पोते व पोतियां भी इस कंपनी के साथ जुड़ गए. लेकिन इन दिनों बौलीवुड में इस परिवार के अंदर विघटन की खबरें काफी गरम हैं. सूरज बड़जात्या और कविता बड़जात्या के बीच रचनात्मक मतभेद काफी बढ़ चुके हैं. दोनों ने अलगअलग राह पकड़ ली है. हालांकि परिवार इन अफवाहों को नकार रहा है.
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