अपने अब तक के फिल्मी करियर में सफलता और असफलता दोनों का स्वाद चख चुके अभिनेता अर्जुन कपूर को लगता है कि वह छुपे रुस्तम हैं और उन्हें मुश्किलों को मात देना पसंद है.

हाल में जारी फिल्म ‘की एंड का’ से दर्शकों का मनोरजंन कर रहे अर्जुन ने कहा, मुझे छुपा रुस्तम होना पसंद है. (इश्कजादे) से पहले हर कोई कहता था कि यह निर्माता का बेटा है, वह क्या अभिनय करेगा. मैंने जब ‘2 स्टेट्स’ में काम किया, तो लोगों को लगा कि मैं रोमांटिक फिल्म कैसे कर सकता हूं और ऐसा ही तब हुआ जब मैंने ‘खतरों के खिलाड़ी’ (टीवी कार्यक्रम) में काम किया.. उन्हें लगा कि मैं मेजबानी कैसे कर सकता हूं. मुझे मुश्किलों को मात देना पसंद है.

उन्होंने कहा, सफलता कारोबार या मीडिया के हाथ में नहीं बल्कि दर्शकों के हाथ में है. दर्शक मुझे पसंद कर रहे हैं और कोई मुझे खारिज नहीं कर सकता. हमें दर्शकों का सम्मान करना होगा. अर्जुन ने कहा, यहां हरेक के लिए जगह है. मुझे काम के लिए लड़ने की जरूरत नहीं है. मुझे कभी जाकर काम की तलाश नहीं करनी पड़ी. मुझे हमेशा अच्छे प्रस्ताव मिले. मुझे अपनी पहली फिल्म (इश्कजादे) के अलावा कभी किसी प्रकार का संघर्ष नहीं करना पड़ा क्योंकि उसने अच्छा प्रदर्शन किया था.

उन्होंने कहा, मुझे अभिनेता के तौर पर स्वीकार किया गया. मेरी पहली फिल्म की सफलता के कारण मैं भाग्यशाली रहा, मुझे काम के लिए किसी के पास नहीं जाना पड़ा. मैंने जो किया है और मैं जो कर रहा हूं, मैं उससे संतुष्ट हूं. अच्छा काम पाना मुश्किल नहीं है.

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